लीडर हूँ भाई लीडर हूँ

school leadership training
विद्यालय नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम की काव्यात्मक प्रस्तुति 
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लीडर हूँ भाई लीडर हूँ
अब trained मैं लीडर हूँ...........
काम करुँ, अब जब कोई
करूँ जानकारी पूरी
ज्ञान न मेरा रहे अधूरा
विषय विशेषज्ञता सीख गयी हूँ।

अहम वहम अब रहा न बाकी
नरम रहना सीख गयी हूँ।

भावों पर हो गया नियंत्रण
संतुलित बोलना सीख गयी हूँ।

विभिन्न तरह के फूलों से अब बुके बनाना सीख गयी हूँ।

कार्य कौन सा होगा पहले
तय करना भी सीख गयी हूँ।

कोई न रहे टीम निष्क्रिय
सक्रिय करना सीख गयी हूँ।

छिपे हुनर हैं किसमें कितने?
यह भी ढूंढ़ना सीख गयी हूँ।

24 घंटे ही सब पर     
और कार्य सभी हैं हमको करने

कैसे होगा? कब होगा?
समय प्रबन्धन (time management) सीख गयी हूँ।

लीडर हूँ भाई.. लीडर हूँ.....

यूँ तो अकेले भी चलकर
गिरकर सँभल सकती हूँ मैं।
हाथ पकड़ लो तुम जो मेरा
दुनिया बदल सकती हूँ मैं
इसी तर्ज पर Community helping सीख गयी हूँ।

जरूरत हो और जो हाथ न दे।
हाथ पकड़कर प्रेम से खींचना।
यह जादू भी सीख गयी हूँ।

Stressless रहें और काम हो बढ़िया।
कुछ कामों को No करके
Stress mangement
 भी सीख गयी हूँ।

लीडर हूँ भाई लीडर हूँ....

अन्याय से लड़ना
न्यायोचित करना         
हर हाल में पहुँचें
लक्ष्य भेद तक
लक्ष्य भेदना
सीख गयी हूँ।

होना हो जब कार्य कोई
पहले खुद करना
फिर करवाना
कथनी-करनी
रहे समान
यह समझ भी
सीख गयी हूँ।

सब कुछ सीखा.....
बस एक गुण था बाकी
थोडी सी दादागिरी भी सीख गयी हूँ।

लीडर हूँ भाई लीडर हूँ
अब मैं trained लीडर हूँ।

रचयिता
डाॅ0 अनीता मुदगल,
प्रधानाध्यापिका,
श्री श्रद्धानंद प्राथमिक विद्यालय,
नगर क्षेत्र-मथुरा,
जनपद-मथुरा।

Comments

  1. बहुत बढ़िया मैड़म सही लिखा है।

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