गौरैया बोले

गौरैया बोले चूँ चूँ चूँ
   मुर्गा करता कुकड़ू कूँ
भौंरे करते गुन गुन
     करता कबूतर गुटरगूँ
मोर बोलता किहाँ क्याहँ
     टर्र टर्र मेढ़क हैं करते
पानी रहता भरा जहाँ
हा हा करके बच्चे हँसते
     काँव काँव करता है कौआ
खौं खौं करके बंदर बोले
     हा हा करके हसता बउआ
कोयल की है कूक निराली
     हम सब को लगती है प्यारी 

रचयिता
रमेश चंद्र शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय पाटकुआँ,
विकास खण्ड-टड़ियावाँ,
जनपद-हरदोई।

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