अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक,78,अर्चना शिरोमणि, गौतमबुद्ध नगर

*👩🏻‍🏫अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विशेषांक*

*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*

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*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण- 78*
(दिनाँक- 20 मई 2019)
*नाम-अर्चना शिरोमणि*
पद-सहायक अध्यापक
विद्यालय-प्राथमिक विद्यालय मौहम्मपुर ,ब्लॉक् -दनकौर ,गौतमबुद्ध नगर

*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
👉 मैं अर्चना शिरोमणि 2009 में मैंने बेसिक शिक्षा विभाग में प्रवेश किया इस विभाग में मैंने प्राथमिक विद्यालय करकहा सीतापुर में शिक्षिका के रूप में कार्यभार सम्भाला। 3 सालों तक मैंने विद्यालय में अच्छा कार्य किया। 2013 में मैंने गौतमबुद्ध नगर में स्थानान्तरण लिया। इस विद्यालय में मैंने शिक्षिका के रूप में कार्य सम्भाला। परन्तु विभाग के कई कार्यों को देखकर मन में जिज्ञासा हुई कि हमें शिक्षा के साथ कुछ और भी कार्य करना चाहिए। इसलिए शिक्षा के साथ मैंने अपने जनपद में बालिका शिक्षा पर भी कार्य किया। करीब 2015-16 में हमने अपने सभी उच्च प्राथमिक विद्यालय से 135 पावर एंजिल बनाया, जो कि सभी बालिकाओं के लिए ये आदर्श साबित हुईं। इन बालिकाओं को एक मंच पर लाकर डॉक्टर, वकील, पुलिस और भी कई ऑफिसर से जीवन के कई कौशलों से परिचित कराया गया।
इसके लिए 2016-17 में मुझे स्कॉच एवार्ड से भी नवाजा गया।
बालिका शिक्षा के साथ मैंने अपने जनपद के 635 विद्यालयों में स्वच्छ विद्यालय पर भी कार्य किया। जिसमें प्रत्येक विद्यालय में MHRD के मानक के अनुसार काम किया। यह कार्य रैली निकालकर, नुक्कड़ नाटक, प्रतियोगिता आदि द्वारा किया गया। जिससे विद्यालय के छात्रों के साथ गाँव ले लोग भी जागृत हुए। साथ में ENERGY CONSERVATION पर भी कार्य किया।
2016-17 में 65000 बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया, जी कि राज्य में प्रथम स्थान पर था।
मुझे NTPC ने भी पुरस्कृत किया। जनपद में बाल विवाह रोकथाम पर भी कार्य किया गया।
जनवाद के सभी कस्तूरबा गाँधी विद्यालयों पर भी कार्य किया। जिससे पिछले कई सालों से वहाँ का नामांकन 100% होता है।
जनपद पर SMC की ट्रेनिंग भी कराई गई, जिससे इस साल के नामांकन  में वृद्धि हुई है।
नारी चौपाल,रैली, नुक्कड़ नाटक,सभाएँ कराकर बालिकाओं को विद्यालय आने के लिए और उन्हें विद्यालय की सुविधाओं के बारे में भी बताया। जैसे कि सभी विद्यालयों में सैनेटरी नैपकिन आदि होने के कारण बालिका का ड्रॉपआउट कम हुआ।
मैंने अपने सभी विद्यालयों में Unicef और CSR के साथ मिलकर उत्कृष्ट कार्य किया।

*संदेश:-"डरें नहीं ,सहे नहीं"*

*अपनी राहें चलो बनाएं*
*हम भी सशक्त बन जाएं*
*ऐसी हो संकल्प शक्ति*
*कि हर अंधियारे में उजाले जलाएं।।*

अर्चना शिरोमणि
प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर

_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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