माँ सरस्वती
माँ सरस्वती इतनी विनती
बच्चों पे तू दया करना।
तू धार लेखनी को देती
सन्मार्ग पे भी तू चला देना।
न केवल श्लोकों में,
न केवल मंत्रों में माँ
तू निकल किताब, कहानी से
हर कक्षा निपुण बन दे माँ।
बोर्ड हो या स्क्रीन हो,
किताब हो या ऑनलाइन कक्षा
सबको देती है तू रक्षा।
तू मेरी सोच कल्पना में
बस वीणा मधुर बजा देना।
हे ज्ञानदायिनी माता तू
तम तिमिर को दूर भगा दे माँ।
रचयिता
डॉ0 निशा मौर्या,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मीरजहांपुर,
विकास खण्ड-कौड़िहार-1,
जनपद-प्रयागराज।
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