महिला सशक्तीकरण विशेषांक-308
*👩👩👧👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक:-308*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक-11/02/2025)
नाम - शिखा श्रीवास्तव
पद - प्रधानाध्यापक
विद्यालय - प्राथमिक विद्यालय मल्लापुर
विकास खंड - सिधौली सीतापुर
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*👇
मैं शिखा श्रीवास्तव, वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय मल्लापुर, सिधौली, सीतापुर में प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत हूँ। मैंने इस विद्यालय में वर्ष 2015 में प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यभार संभाला था। जब मैंने यहां काम शुरू किया, तो मैंने देखा कि विद्यालय को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, जैसे छात्रों की अनियमित और कम उपस्थिति, स्कूल में बुनियादी सुविधाओं की कमी, छात्रों के सीखने के स्तर में कमी, समुदाय का सहयोग और समन्वय की कमी आदि। ये समस्याएं निस्संदेह छात्रों की प्रगति और उनके बेहतर भविष्य में बाधक थीं। उस समय ये बातें मुझे बहुत परेशान करती थीं।
स्थिति को समझते हुए, मैंने निम्नलिखित उद्देश्यों पर अपने ईमानदार प्रयास शुरू किए:
*समुदाय के साथ मजबूत और स्नेहपूर्ण संबंध*
*महिला सशक्तिकरण*
*अपने स्कूल को उच्चतम गुणवत्ता वाले शिक्षण के लिए एक खुशहाल स्थान बनाना*
*SLDP (स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम)*
मैंने समुदाय के साथ बहुत ही फलदायी SMC (स्कूल प्रबंधन समिति) बैठकों, PTM (पेरेंट-टीचर मीटिंग), और दरवाजे-दरवाजे जाकर संवाद स्थापित किया। चूंकि माताएं अपने बच्चों की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, इसलिए मैंने विशेष रूप से उन्हें लक्षित किया और उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया। मैंने उनकी खुशियों और दुखों को भी साझा किया।
मैं ऑपरेशन कायाकल्प के तहत सभी 19 मापदंडों को स्कूल अनुदान और अपने स्वयं के संसाधनों से पूरा करने में सफल रही। इस तरह मैं अपने छात्रों को सीखने के लिए एक आकर्षक, सुखद और आनंदमय स्थान प्रदान करने में सफल रही। मुझे स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इस बीच, मैंने अपने मुख्य उद्देश्य, यानी उच्चतम गुणवत्ता वाली शिक्षा पर काम करना जारी रखा। मैंने अपने स्कूल के स्टाफ के साथ मिलकर छात्रों को विभिन्न प्रकार की तकनीकों, नवाचारों, TGs (टीचिंग गाइड्स), और ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) आधारित शिक्षण के माध्यम से पढ़ाना शुरू किया। छात्रों के साथ-साथ पूरा स्टाफ सीखने का आनंद लेता है। असेंबली से लेकर डिस्पर्सल तक, मेरे स्कूल का माहौल बहुत ही सुखद, ऊर्जावान और सकारात्मक है। मेरे स्टाफ के बीच का बंधन बहुत मजबूत, सकारात्मक और स्नेहपूर्ण है। वे सभी हमेशा नए कौशल, शिक्षण तकनीकों आदि को सीखने के लिए उत्सुक और जागरूक रहते हैं। वे छात्रों के साथ बहुत प्यार और ईमानदारी से जुड़ते हैं। मेरे स्कूल में शिक्षक-छात्र संबंध अद्भुत है। हम प्रत्येक छात्र की प्रगति को व्यक्तिगत रूप से मॉनिटर करते हैं और चुनौतियों का सामना करते हैं। परिणामस्वरूप, मेरे स्कूल को 2023-24 में NIPUN स्कूल घोषित किया गया है, जिसमें 97% NIPUN छात्र हैं और यह मेरे ब्लॉक में सबसे अधिक प्रतिशत है।पुनः 2024-25 में डाइट प्रशिक्षुओं द्वारा किये गए आंकलन में मेरा विद्यालय निपुण विद्यालय घोषित हुआ है।
मैंने लीडरशिप प्रोग्राम पर प्रभावी ढंग से काम करने की कोशिश की है। मेरे स्कूल के छात्रों को विभिन्न पोर्टफोलियो जैसे अनुशासन, स्वच्छता, पुस्तकालय, पानी आदि का प्रभारी बनाया गया है। वे इन छोटी-छोटी जिम्मेदारियों को खुशी-खुशी निभाते हैं। इस पहल से छात्रों की उपस्थिति और उनके स्कूल में रुकने की दर में वृद्धि हुई है।
मुझे आशा है कि मैं हमेशा अपने स्कूल और प्यारे छात्रों के लिए अपने ईमानदार प्रयास समर्पित कर पाऊंगी।
साथ ही इस विश्वास के साथ टीम मिशन शिक्षण संवाद के सहयोग से महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत महिला अभिभावकों एवम बालिकाओं को नेतृत्व की भूमिका में विकास एवं प्रगति करने हेतु प्रयासरत रहूंगी।
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*
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