मात शारदे

हम तो मात शारदे का

गुणगान गाएँगे।

उनके ही चरणों में,

अपना जीवन बिताएँगे।


अज्ञान सारा हर लेगी,

हमको निहाल कर देगी,

हम भी माँ की ममता पे,

बलिहारी जाएँगे।

हम तो मात शारदे का

गुणगान गाएँगे...…...


विद्या और बुद्धि का,

आशीष हमको देगी माँ।

उँगली पकड़ के मैया की,

भव पार कर जाएँगे।

हम तो मात शारदे का

गुणगान गाएँगे...…...


सुर, लय, ताल जीवन की,

मैया सबको सिखाएगी।

वीणा की मीठी सरगम पे,

हम झूमेंगे और गाएँगे।

हम तो मात शारदे का

गुणगान गाएँगे...…...


अपने मन के मंदिर में,

आसन मैया का लगाएँगे।

दीप प्रेम का जला कर के,

पुष्प श्रद्धा के चढ़ाएँगे।

हम तो मात शारदे का

गुणगान गाएँगे...…...


रचनाकार

सपना,

सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।



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