भोले बाबा मेरे
सुन लो विनती मेरी,
भोले बाबा मेरे।
वरना जाके मैं गौरा से,
बात कहूँगी।
बन के दासी तेरे,
चरणों की सदा।
हर पल मैं तेरे ही,
साथ रहूँगी।
बाबा तेरे सिवा,
ना कोई भी मेरा।
इस जहां में मुझे,
आसरा बस तेरा।
कर दो मुझपे दया,
भोले बाबा मेरे।
और किससे भला,
दिल की बात कहूँगी।
सुन लो विनती मेरी......
कालों का काल है,
तू महाकाल है।
रूप तेरा बड़ा ही,
विकराल है।
टल जाएगा पल में,
हर संकट मेरा।
फिर क्यों ना मैं,
तेरा नाम जपूँगी।
सुन लो विनती मेरी......
भक्त तेरे हैं हम,
तू भगवान है।
तेरी कृपा से इस,
तन में प्राण है।
तू अब चाहे मुझे,
या ना चाहे मुझे।
तुझको ही हरपल,
में प्यार करूँगी
सुन लो विनती मेरी......
रचनाकार
सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।
Comments
Post a Comment