28/2025, बाल कहानी - 19 फरवरी
बाल कहानी - कँटीले तार
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रामसिंह नामक किसान ने इस बार अपने खेत में तरबूज की खेती की। उसने नील गायों से बचाने के लिए खेत के चारों तरफ करन्ट वाले तार लगा दिए। करन्ट प्रभाहित होने से आवारा जानवरों को करन्ट लग जाता था और वह दूर भाग जाते थे।
एक दिन गोपू और सोमू नामक दो भाई गाँव से दूर खेतों की तरफ गये। खेत में तरबूज देखकर गोपू ने सोमू से कहा, "भाई! चलो, तरबूज तोड़कर खाएँ।" सोमू ने कहा, "तुम बैठो, मैं तोड़ कर लाता हूँ।"
सोमू ने जैसे ही तार को उठाकर अन्दर घुसने की कोशिश की, वैसे ही उसे तेज करन्ट लगा और वह जमीन पर गिर गया। गोपू ने जैसे ही देखा, वह जोर से चिल्लाया, "अरे! मेरे भाई को क्या हो गया..... मेरे भाई को क्या हो गया...?"
पास में खेतों में काम कर रहे किसान भाग कर आये और सोमू को उठाकर होश में लाने की कोशिश की। थोड़ी देर बाद सोमू को होश आ गया। सभी लोग कह रहे थे कि, "इस तरीके के तार लगाने की क्या जरूरत थी? इनसे खतरा ही है।"
थोड़ी देर बाद खेत का मालिक आ गया। जैसे ही उसे यह बात पता चली कि जानवरों के अलावा इन्सान भी इसकी चपेट में आ सकता है। इससे अच्छा तो वह मचान बनाकर स्वयं तरबूज की रखवाली कर लेगा।
उसने अपने खेत से तारों को हटाने का प्रण कर लिया। उसने नहीं सोचा था कि तरबूज बचाने के लिए लगाए तारों से इस तरीके का हादसा भी हो सकता है। सभी लोगों ने उसके इस निर्णय की प्रशंसा की।
जब सब सामान्य हो गया, तब एक आदमी ने खेत से दो-तीन तरबूज तोड़कर बालक को दे दिए और उसे समझाया कि, "कभी भी इस तरीके के तार दिखें तो उनके पास न जायें। हमें कोई भी चीज माँगकर ले लेनी चाहिए। इस तरह चोरी से किसी की जगह पर नहीं जाना चाहिए।" गोपू और सोमू अन्य गाँव वालों के साथ अपने घर को चले गये।
#संस्कार_सन्देश -
कोई भी नया कार्य करने से पहले उसके फायदे और नुकसान के बारे में सोच लेना चाहिए।"
लेखिका-
शालिनी (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय- रजवाना
विकास क्षेत्र- सुल्तानगंज
जनपद- मैनपुरी (उ०प्र०)
कहानी वाचन-
#नीलम_भदौरिया
जनपद-बहराइच (उ०प्र०)
✏️संकलन
📝टीम #मिशन_शिक्षण_संवाद
#दैनिक_नैतिक_प्रभात
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