महिला सशक्तीकरण विशेषांक-309

*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक:-309*
*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*
(दिनाँक-12/02/2025)
नाम – आशा शर्मा 
पद –प्रधानाध्यापक
विद्यालय– प्राथमिक विद्यालय सोनबरसा,  
खड्डा, कुशीनगर 
*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*👇
    ★प्रथम नियुक्ति  – 10.07.2009 को उच्च प्राथमिक विद्यालय मदनपुर सुकरौली क्षेत्र–खड्डा में। उक्त विद्यालय में सहायक के पद पर रहते हुए बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने का हर संभव प्रयास, अंग्रेज़ी भाषा को कठिन समझने से उबरने में बच्चों की मदद करना शुरू किया। वहीं से बच्चों में योग के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने की कोशिश भी शुरू की। वहां की महिला शिक्षिका बहनों को योग के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। बच्चों से उत्साहजनक प्रतिपुष्टि पाकर आगे कार्य करने की ऊर्जा मिलती थी।
★वर्तमान नियुक्ति – दिसंबर 2013 में प्राथमिक विद्यालय सोनबरसा पर प्रोन्नति के उपरान्त प्रधानाध्यापिका पद पर कार्य कर रही हूॅं।
विद्यालय के विकास हेतु निरन्तर प्रयास करती रहती हूॅं। बहुत सारी नकारात्मकता से जूझना पड़ता है फ़िर भी हार मानने को मन तैयार नहीं होता।
★प्रारम्भिक परिचय – अंग्रेज़ी विषय से परास्नातक की डिग्री दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर से तथा बी.एड भी गोरखपुर से करने के बाद विशिष्ट बी.टी.सी. 2007 की भर्ती में चयन होने पर कुशीनगर जनपद में खड्डा क्षेत्र में नियुक्ति हुई। कुशीनगर मेरा जन्मस्थान भी है तथा पड़ोसी जनपद महराजगंज मेरा ससुराल है।
★विद्यालय जीवन की समस्याएं एवं समाधान – विद्यालय में अनेक कारणों से चुनौतियाँ आईं, जिनके लिए भरपूर निष्ठा तथा स्वयं के प्रति ईमानदार रहकर चुनौतियों का सामना किया। पहली समस्या फर्ज़ी नामांकन के रूप में सामने आई। इसे दुरुस्त करने में अत्यधिक विरोध एवं दुस्साहस का सामना करना पड़ा फ़िर भी निश्चय के साथ यह कार्य किया। विद्यालय में नामांकन बढ़ाने का श्रेय नहीं है मुझे लेकिन ईमानदारी से काम करने का सुकून है मेरे पास।
★स्वयं के जीवन के संघर्ष एवं सफलताएं – परिवार में पति के अलावा न किसी का समर्थन न सहयोग मिला। केवल पति के साथ देने से इस मक़ाम तक पहुॅंची। सास–ससुर ने तो नौकरी करने की इजाज़त तक नहीं दी। पति ने हिम्मत की, और घर छोड़ा तब जाकर मेरी पढ़ाई पूरी हो पाई और मैं नौकरी करने की मंज़िल तक पहुॅंची।
★कार्यक्षेत्र की उपलब्धियाॅं – वर्ष 2018 में मेरे विद्यालय से एक बालिका नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण हुई तथा वर्ष 2023 में मेरे विद्यालय से पाॅंच पास किया हुआ विद्यार्थी अपने उच्च प्राथमिक विद्यालय में N.M.M.E.S. परीक्षा भी उत्तीर्ण किया था।
★स्वयं की उपलब्धियाॅं – छोटे बच्चों के लिए शिक्षण कार्य करते हुए मैं लेखन, गायन और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास करती रही हूॅं।
बाल विवाह व दहेज प्रथा के विरोध में कविताएं लिखीं व गीत गाए। बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए एक गीत गाया जिसके बाद 08 मार्च 2021 को उपजिलाधिकारी महोदय द्वारा मुझे सम्मानित कर मेरा उत्साहवर्द्धन किया गया। यह गीत मैंने मिशन शिक्षण संवाद की प्रादेशिक कार्यशाला जो जनपद कुशीनगर में आयोजित हुई थी, में भी प्रस्तुत किया था। 
★मिशन शिक्षा संवाद के लिए सन्देश  – मेरा यही संदेश है कि मिशन से जुड़ा हर व्यक्ति, हर शिक्षक कभी हिम्मत न हारे। उसे स्वीकृति मिले या न मिले, पर वह अपने अच्छे कार्यों को करना न छोड़ें।
ये ज़रूरी नहीं की हर व्यक्ति को राज्य पुरस्कार मिले ही, लेकिन अपना मानस पटल सर्वोच्च शिखर पर पहुॅंचाने और कायम रखने का प्रयास निरन्तर करना है हमें। और योग मेरा प्रिय विषय है, तो मैं चाहूॅंगी कि योग का भी प्रचार–प्रसार मिशन के माध्यम से हम शिक्षक करते रहें, बढ़ाते रहें।
_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

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