एकता के सूत्रधार

सरदार का किरदार था अटल और शानदार।

अटल साहस और 'एकता की आंधी के सूत्रधार'।

उन्होंने कहा "समझो जिम्मेदारी तब माँगो अधिकार"।

अच्छाई की बाधा के उस पार,


आँखों को कर लो लाल।

अपने अंदर के बच्चे को रखो जागृत,

चलो बढ़ो शक्ति और विश्वास के साथ।

धड़क उनमें थी, ज्वालामुखी सी,


बोली थी, जैसे सिंह की दहाड़।

 शत-शत नमन नाडियाड के वीर।

 दूरदर्शी, स्वदेशी, कूटनीतिज्ञ और निर्भीक।

धर्ममार्गी, अटल और कर्मवीर।

 

एकता की आंधी के थे सूत्रधार।

एकता दिवस पर उनको बारंबार नमस्कार।

सरदार का किरदार था अटल और शानदार।


रचयिता

रेनू अग्रवाल (ब्रज रेणु),

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय कुलेसरा,

विकास खण्ड-बिसरख,

जनपद-गौतमबुद्धनगर।

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