राष्ट्रीय एकता दिवस

दृढ़ निश्चय, स्वाभिमानी था  स्वभाव, 

विलक्षण प्रतिभा वाले, एकता संभाव।

लोकप्रिय अधिवक्ता, स्वतंत्रता सेनानी,

भाता नहीं था उनको देश में अलगाव।।


31 अक्टूबर 1895 को थे जन्मे,

गुजरात प्रांत के नाडीयाव गाँव में।

पिता झवेरभाई के, छोटे पुत्र थे, 

माता लाइबा देवी के आँचल छाँव में।।


खेड़ा किसान आंदोलन से आप,

'सरदार' की उपाधि थे  पाये। 

बारदोली सत्याग्रह से मुखर हुए,

अदम्य साहस से,  लौहपुरूष कहलाये।। 


सरदारों के सरदार वल्लभभाई पटेल,

नाम था उनका, वल्लभ भाई पटेल 

देशी रियासतों का भारत में विलय किया।

भारतीय 'एकता की मूर्ति' कहलाये पटेल।।


लक्षद्वीप तक ध्वज फहराया,

एकीकरण की नीति अपनाया।

भारत के पहले गृहमंत्री व उपप्रधानमंत्री थे,

विषम परिस्थितियों को भी सम बनाया।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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