६०१~ नीता यादव पूर्व माध्यमिक विद्यालय महमूदपुर, ब्लॉक-गोसाईगंज, जनपद- लखनऊ उत्तर प्रदेश

 🏅#अनमोल_रत्न🏅

👉1 शिक्षक का परिचय :-
नीता यादव
पूर्व माध्यमिक विद्यालय महमूदपुर, ब्लॉक-गोसाईगंज, जनपद- लखनऊ उत्तर प्रदेश
प्रथम नियुक्ति : 16-12-1999
वर्तमान विद्यालय में नियुक्त : 18-08-2008
👉2- विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने के प्रयास :-
A- स्वयम् का प्रयास :-
एक यात्रा जो 2013 में विद्यालय का प्रभार लेने से आरंभ हुई 204 संख्या के साथ। प्रत्येक वर्ष बच्चों की परीक्षा के साथ-साथ मेरी भी परीक्षा होती गयी।विद्यालय का कम नामांकन, कम छात्र उपस्थिति, कम ठहराव, भौतिक संसाधनों का अभाव परन्तु ये सब मिलकर भी मेरे हौसलों को तोड़ न सके।प्रत्येक आने वाला शैक्षिक सत्र नूतन उपलब्धियों का साक्षी बनता गया।सर्वप्रथम मेरे द्वारा प्रार्थना सभा को बोधगम्य बनाने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र खरीदा गया।


वर्ष 2015 में क्लास 6 के निर्धन छात्र गुरु प्रसाद रावत जो कि विद्यालय का होनहार छात्र था एवम 4 किलोमीटर पैदल चलकर विद्यालय आता था।उसको प्रोत्साहित करने के लिए 2015 से सर्वश्रेष्ठ छात्र को प्रत्येक वर्ष सायकिल देने की परंपरा शुरू की गई।इससे बच्चों में स्वस्थ प्रतियोगिता बढ़ी। पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ने लगी।मेरे विद्यालय में 2015 से स्वयं के संसाधनों से प्रत्येक वर्ष विद्यालय के सर्वश्रेष्ठ छात्र को साइकिल दी जाती है।


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👉3- किये गये प्रयास का परिणाम -
मेरे द्वारा सभी सहशिक्षकों से वार्ता कर उनकी रूचि, शैक्षिक योग्यता आदि के आधार पर प्रभावी समय सारणी बनायी गयी ताकि बच्चों की पाठ्यक्रम से सम्बन्धित सभी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। समय सारिणी का कड़ाई से शत-प्रतिशत अनुपालन कराने से विद्यालय में अध्ययन अध्यापन का एक सकारात्मक माहौल का निर्माण हुआ और विद्यालय में गाँवों के पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई लिखाई की गुणवत्ता से प्रभावित होकर आसपास के क्षेत्र में स्थित प्राइवेट विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चे स्वेच्छा से अपना नाम प्राइवेट विद्यालयों से कटवाकर मेरे पूर्व मा०वि० महमूदपुर में विभिन्न कक्षाओं में प्रवेश लेने लगे। उनके प्रवेश लेने से विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या शनैः–शनैः बढ़ने लगी और वर्तमान समय में मेरे विद्यालय में विद्यार्थियों की कुल संख्या 434 है जोकि एक कीर्तिमान से कम नहीं है। विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों का सरकारी स्कूली शिक्षा व्यवस्था पर अपना आगाध विश्वास दर्शाना हम शिक्षकों के लिए एक वरदान से कम नहीं है और उनका यही विश्वास ही हम लोगों के लिए अधिक लगन एवं एकनिष्ठ होकर गुणवत्तापूर्ण अध्यापन कार्य सम्पादित करने के लिए एकमात्र प्रेरणाश्रोत भी रही है।
आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा के प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जाता है तथा बालिकाओं को स्कूली शिक्षा में कम सहभागिता कराकर उन्हें बालकों की तुलना में कमतर एवं दोयम दर्जे का समझा जाता है। गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, खेलकूद आदि में बालिकाओं को उनकी रूचि के अनुरूप प्राथमिकता एवं अवसर प्रदान नहीं किया जाता है। 






मेरे द्वारा बालिकाओं के शारीरिक विकास एवं संगीत की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने के अनुक्रम में बालिकाओं के लिए वास्केटबाल, बालीवाल, रस्सी कूदना, दौड़, कैरम आदि खेलना अनिवार्य कर दिया गया। साथ ही साथ उनको यह बताया गया कि खेल उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और खेलों से अनके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास होता है। खेल भावना उनको खेल में ही नहीं बल्कि व्यवहारिक जीवन की परेशानियों एवं चुनौतियों से संघर्ष कर जीतने का जज्बा प्रदार करती है। मेरे विद्यालय में नियमित रूप से बास्केटवाल, बालीवॉल, लूडो, कैरम, खो – खो आदि इंडोर और आउटडोर खेल खिलाये जा रहे हैं और बालक एवं बालिकाओं द्वारा इन खेलों में रोजाना तन्मयता से प्रतिभाग किया जाता रहा है। विद्यालय में खेलों की गतिविधियों से प्रेरित होकर अधिकांश बालक एवं बालिकाएं नियमित रूप से स्कूल आने को तत्पर रहते हैं जिस कारण से विद्यालय में अनुपस्थित होने वाले विद्यार्थियों की संख्या में काफी कमी होने लगी। बालिकाओं की स्कूली शिक्षा से Drop Out काफी कम हो गया।सभी शिक्षक साथियों के साथ मिलकर विद्यालय के बच्चों को ग्राम वार एवम क्लास वाइज बाँट दिया गया। जो भी बच्चा तीन दिन से ज्यादा अनुपस्थित रहता था। हमारे साथी उसके घर जाकर संपर्क करते थे एवं कारण का पता लगाकर उसका निवारण करते हैं।जिसके कारण मेरे विद्यालय में छात्र उपस्थिति हमेशा अच्छी रहती है और ड्राप आउट नहीं होता है।



👉4- विद्यार्थियो की उपलब्धियाॅं-
विज्ञान प्रयोगशाला प्रत्येक वर्ष सर्वश्रेष्ठ छात्र को सायकिल देने की परंपरा छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास के दृष्टिगत समुदाय का सहयोग प्रत्येक वर्ष विद्यालय के छात्रों का चहुंओर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, चाहे खेल का मैदान हो या सांस्कृतिक मंच कला प्रतियोगिता हो या निबंध प्रतियोगिता हमारे बच्चे सदैव चमकते चेहरों के साथ हाथों में मैडल भरकर शील्ड लेकर लौटे और इन सब मे मील का पत्थर साबित हुई मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा जिसमे उत्तरोत्तर प्रगति करते हुए सत्र 2019-20 में कुल 11 छात्र 1000 रुपये 2020 2021 में 8 छात्र 2021-2022 में 10 बच्चों 1000 प्रतिमाह की छात्रवृत्ति के पात्र बने।समय समय पर विभागीय अधिकारियों व माननीय मंत्री जी द्वारा दी गयी प्रशस्ति ने सदैव मुझ में नवीन उत्साह का संचार किया।
👉5- विद्यालय की प्रेरक शिक्षण सांस्कृतिक एवम सामाजिक गतिविधि :-
व्यकितत्व निर्माण में खेलकूद व्यायाम  आसान एवं योग का एक अपना अलग महत्व है कहा भी गया है स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है। यदि बच्चों का शरीर स्वस्थ्य रहता है तो उनकी उपस्थिति शत प्रतिशत रहेगी साथ ही साथ उनका पढ़ाई में भी मन लगेगा।इसके लिए मैंने विद्यालय में योग, आसन एवं खेल कूद को सभी बच्चों के लिए अनिवार्य किया। परिणाम स्वरूप खेल कूद के प्रति बच्चों में रुचि तो बढ़ी ही साथ ही साथ ब्लॉक स्तरीय, जिला स्तरीय, मंडल स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिताओं में बालक एवं बालिकायें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने लगे।









👉6 शिक्षको और विद्यालय की उप्लब्धियाँ :-
विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण, वाद्य यंत्र द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन, ब्लॉक स्तरीय, मंडलीय स्तरीय, खेल कूद एवम सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में लगातार चार वर्षो से प्रथम स्थान हासिल करना। राज्य स्तरीय पोस्ट कार्ड प्रतियोगिता में सेकंड पुरस्कार प्राप्त करना। राजभवन में राष्ट्रगान का बच्चों द्वारा प्रदर्शन, रेडियो fm पर बच्चों का प्रतिभाग आदि मेरे विद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ है।











👉7 मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश :-
मिशन शिक्षण संवाद एक बहुत ही उपयोगी प्लेटफार्म है। इससे जुड़कर मैंने शिक्षक साथियों के नवाचारों को जाना उनको अपने शिक्षण कार्यों में इस्तेमाल किया। साथ ही साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने में बहुत सहायता मिली।
👉8 शिक्षक समाज के लिए संदेश :-
बेसिक शिक्षा के बच्चों का सर्वांगीण विकास करना हमारी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अगर हम इसे जिम्मेदारी समझ कर करते हैं तो निश्चित तौर पर बेसिक शिक्षा विभाग में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ उन्हें समझना उनकी पृष्टभूमि को समझना उनके मनोविज्ञान को समझना बहुत आवश्यक है।
👉9 संकलन एवं सहयोग :
फ़हीम बेग
टीम मिशन शिक्षण संवाद परिवार लखनऊ
17-10-2022 

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