शहीद-ए-वतन

शहीद-ए-वतन
शिवराम हरि राजगुरू

तुम भूल न जाना इनको
ये वीर अमर बलिदानी।

भारत के दुलारे बेटे
हरिराज गुरु की कहानी।।

24 अगस्त का दिन था
सन था उन्नीस सौ आठ।

गर्वित है पूण्य धरा ये
खेड़ा, पुणे महाराष्ट्र।

पार्वती, हरी नारायण
के घर मे बजी बधाई।

सम्वत उन्नीस सौ पैंसठ
की त्रयोदशी सुखदाई।।

छः साल में पिता विहीना
राजगुरू की करुण कहानी

भारत के दुलारे बेटे
हरि राजगुरु की कहानी।।

काशी में संस्कृत सीखी
अध्ययन किया वेदों का।

सिद्धान्त कौमुदी भायी
अंतर सीखा भेदों का।

शेरे पंजाब पे गोरों ने
जब थी लाठी बरसाई।

आजाद के संगी बनकर
क्रांति की लड़ी लड़ाई।

साण्डर्स का वध करने
तब तुमने मुट्ठी तानी।
भारत के....
असेम्बली में था बम फेंका
बहरी सरकार को जगाया।

गिरफ्तार हो गए तीनों
आजादी राग सुनाया।।

23 मार्च उन्नीस सौ इकतीस
की बलिदानी तिथि आई।

सुखदेव,भगत के संग में
फांसी की सजा है पाई।

बचपन कुर्बान वतन पर
कुर्बान वतन पे जवानी।।
भारत के दुलारे बेटे...
     
रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।

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