नमन
सुरों की देवी वो
संगीत की देवी वो
भारत की कोकिला वो
नाम है उनका लता वो
भारत की आन है वो
भारत की शान है वो
सभी करें नमन उनको
सीमा पर जाकर गातीं वो
के मेरे वतन के लोगों
सैनिक को उत्साह देतीं वो
भारत की कोकिला कहलातीं वो।।
वाणी में उनके
सुरों की देवी वो
संगीत की देवी
भारत की कोकिला
नाम है उनका लता
भारत की आन
भारत की शान
सभी करें नमन
सुरों की देवी
संगीत की देवी
भारत की कोकिला
नाम है उनका लता
भारत की आन
भारत की शान
सभी करें नमन
सीमा पर जाकर गातीं
के मेरे वतन के लोगों
सैनिक को उत्साह देतीं
भारत की कोकिला कहलातीं।।
प्यार के नगमो में वो
देशभक्ति गीतों में वो
हर संगीत में गूँजतीं वो
भारत रत्न से सम्मानित वो
गीतों की रानी वो
सुरीली वाणी की
है महारानी वो
कोयल सी कूक
मोर सी सरताज
दिलों की धड़कन
वाणी में सरस्वती
संगीत की देवी लता
जैसा नाम वैसा ही काम
ऊँचाईयाँ लता सी छू ली
सीमा पर जाकर गातीं
के मेरे वतन के लोगों
सैनिक को उत्साह देतीं
भारत की कोकिला कहलातीं।।
कोयल सी उनकी बोली
कुहुँ कुहुँ कुहुँ कुहुँ
सबको है लुभाती।।
वाणी में मिश्री सी
कानों में है घोली
कुहू कूहुँ कुहुँ कुहुँ
रचयिता
माधुरी पौराणिक,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय हस्तिनापुर,
विकास खण्ड-बड़ागाँव,
जनपद-झाँसी।
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