शारदे वन्दन

शारदे माँ तेरी वन्दना हम करें। 

श्रद्धा के पुष्पों से अर्चना हम करें।।


ज्ञान का पुँज अंतस भरें शारदे। 

माते कर जोड़ ये प्रार्थना हम करें।।


सुर का सागर तू माँ है विद्या की देवी।

भर दो भण्डार माँ याचना हम करें।।


है धवलवस्त्र हंसासिनी अति शोभित।

उर से गुणगान पद्मासना हम करें।।


विघ्न बाधा सभी राह के माँ हरो।

कष्टों का ना कभी सामना हम करें।।


माँ तू मेरी, सुता शारदे मैं तेरी।

नेह नाता ये पावन घना हम करें।।


तव कृपा की "सुमन" अभिलाषा संजोये।

माँ चरण रज मिले कामना हम करें।।


रचयिता

सुमन सिंह,

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्ली,

विकास खण्ड-चोपन, 

जनपद-सोनभद्र।

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