महाराजा सूरजमल
वीर शिरोमणि, अजेय योद्धा
शौर्य और समर्पण की मिसाल
महाराजा सूरजमल थे
राजस्थान के जाटों के लाल
जन्म हुआ इनका 13 फरवरी 1707 को
उसी दिन मुगल औरंगजेब था चल बसा
घबरा गए थे उनसे मुगल
जब उनके खिलाफ सूरजमल ने कमर को कसा
स्वतंत्र हिंदू राष्ट्र का सपना देखने वाला जाट राजा
सूरजमल मुगलों के आगे नहीं झुका
अपने शौर्य और साहस के दम पर
मुगलों को धूल चटाने से नहीं रुका
भरतपुर में अभेद्य लोहागढ़
किला उन्होंने था बनवाया
13 आक्रमण के बाद भी
उसे कोई नहीं हिला पाया
सूरजमल के नेतृत्व में जाट सेना ने
दी थी मुगलों को ललकार
आगरा की मुगल सेना पर
कर लिया था उन्होंने अधिकार
25 दिसंबर 1963 को
मुगल सेना द्वारा लगाई गई थी घात
धोखे से हुए इस हमले में
सूरजमल हुए वीरगति को प्राप्त
रचयिता
भावना तोमर,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय नं०-1 मवीकलां,
विकास खण्ड-खेकड़ा,
जनपद-बागपत।
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