विश्व एड्स दिवस
1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता,
एड्स की रोकथाम हेतु अभियान चलाया जाता,
एड्स नियंत्रण पर शिक्षा है जरूरी,
स्वास्थ्य संगठनों की सहभागिता बिना मुहिम है अधूरी।
असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त व सुई,
इन्हीं सब नादानियों से बीमारी बढ़ती गई,
लंबा बुखार, वजन घटता, गाँठें नई-नई बनतीं,
इन्हीं लक्षणों से बीमारी पहचानी जाती।
एड्स नियंत्रण मुहिम का है एक लक्ष्य,
"गेटिंग टू जीरो" है इसका आशय,
यानी संक्रमण की दर को रोकना,
बीमारी को शून्य स्तर तक लाना।
एचआईवी विषाणु है बड़ा दुष्ट,
प्रतिरक्षा प्रणाली को रखना है दुरुस्त।
एड्स रोग का ना कोई टीका ना दवाई,
करिए बचाव इसमें ही है भलाई।
रचयिता
भारती मांगलिक,
सहायक अध्यापक,
कम्पोजिट विद्यालय औरंगाबाद,
विकास खण्ड-लखावटी,
जनपद-बुलंदशहर।
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