गोवर्धन पूजा
गोधन पूजा हो सदा,
दीवाली के भोर।
गोवर्धन के शीश पर,
पंख लगाएँ मोर।।
संग लिए परिवार को,
आते हैं भगवान।
खूब लगाओ भोग सब,
करते दया महान।।
घी का दीपक रोज तुम,
रखना उनके पास।
हरे चने का साग भी,
होता गोधन खास।
भोजन प्रतिदिन जो बने,
उन्हें लगाएँ भोग।
करें कृपा भगवान जी,
रहते लोग निरोग।।
गोवर्धन की अर्चना,
करना विधि विधान।
पुण्य प्राप्त होता सदा,
कहते लोग महान।।
रचयिता
गीता देवी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मल्हौसी,
विकास खण्ड- बिधूना,
जनपद- औरैया।
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