भाई दूज

भाई-बहन के पवित्र प्रेम का,

होता   यह  त्योहार।।

आओ मिलकर इसे मनाएँ, 

इसमें लगाएँ चाँद चार।।

कभी यह प्यार न रूठे,

हमारा विश्वास न टूटे।।

जन्म से मिलता है यह बंधन,

होता प्यार बेशुमार,

कभी हो जाए अगर अनबन तो,

दूर कर लेना आप,

हमारा प्यार ना रूठे,

हमारा विश्वास न टूटे।।

बहन भाई को तिलक लगाकर,

देती स्नेह और आशीर्वाद,

भाई बहन को भेंट में देता कुछ उपहार।।

हमारा प्यार न रूठे,

यह विश्वास न टूटे।।


रचयिता

बीना रानी,

सहायक अध्यापक, 

पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुल नानू ऊ,

विकास खण्ड-अकराबाद,

जनपद-अलीगढ़।

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