१८६- अनिल कुमार श्रीवास्तव, प्रा०वि० खेरसा, बिधनू, कानपुर नगर
🏅अनमोल रत्न🏅
मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के एक ऐसे अनमोल रत्न समूह से करा रहे हैं। जिन्होंने सकारात्मक और आपसी सहयोगात्मक शक्ति से बेसिक शिक्षा की उन तमाम विषम परिस्थितियों के बाबजूद स्वप्रेरणा से अपने विद्यालय उस स्तर तक परिवर्तित करने में सफलता प्राप्त की, कि आज उन सब अनमोल रत्नों की कार्यकुशलता पर सोचने और विश्वास करने को मजबूर हो चुका है। इसलिए कभी 60 छात्र संख्या वाला विद्यालय आज 165 चाहते बच्चों की आकर्षक बगिया है। जो हम सबको संगठिक और सहयोगात्मक रूप से काम करने की प्रेरणा देता है।
आइये देखते है अनमोल रत्नों के प्रेरक प्रयासों को:--
आज का विद्यालय है
इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल खेरसा, ब्लॉक - बिधनू, जनपद-कानपुर नगर से
इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल खेरसा, ब्लॉक - बिधनू, जनपद-कानपुर नगर से
स्टाफ का परिचय:-
श्री अनिल कुमार श्रीवास्तव(प्र०अ०)
श्री जहीर(स०अ०)
श्रीमती किरन तिवारी(स०अ०)
श्रीमती आशा गुप्ता(स०अ०)
श्रीमती शैली द्विवेदी(sm)
कु० संगीता सोनवानी(sm)
श्री अनिल कुमार श्रीवास्तव(प्र०अ०)
श्री जहीर(स०अ०)
श्रीमती किरन तिवारी(स०अ०)
श्रीमती आशा गुप्ता(स०अ०)
श्रीमती शैली द्विवेदी(sm)
कु० संगीता सोनवानी(sm)
नामांकन:-
2015 में 157
2016 में 165
2017 में 165
2015 में 157
2016 में 165
2017 में 165
एक साधारण सा परिषदीय स्कूल जिसकी छात्र संख्या 60 के लगभग थी अचानक से इंग्लिश मीडियम स्कूल घोषित हो गया, पहले से तैनात अध्यापकों की संख्या बढ़ कर 5 जरूर हुई साथ ही 2 sm भी पूर्ववत रहे, लेकिन
संसाधन और अभिभावकों की मानसिकता अभी तक वही थी। जो एक सरकारी स्कूल की होती है। क्योंकि तब तक तो न इंग्लिश मीडियम की किताबे थीं और न ही परिवेश में कोई बदलाव।
संसाधन और अभिभावकों की मानसिकता अभी तक वही थी। जो एक सरकारी स्कूल की होती है। क्योंकि तब तक तो न इंग्लिश मीडियम की किताबे थीं और न ही परिवेश में कोई बदलाव।
ऐसे में इस स्कूल के स्वैच्छिक स्वयंसेवी स्टॉफ ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए विद्यालय के बाहरी परिवेश को स्वयं के संसाधन से बदलते हुए शिक्षकों के आपसी चंदे से फर्नीचर, साउंड सिस्टम, सबमर्सिबल पम्प, कंप्यूटर की व्यवस्था की। साथ ही
स्कूल में एनुअल फंक्शन, अभिभावक संपर्क के माध्यम से अभिभावकों से सम्बन्ध मज़बूत करते हुए, गुणवत्ता परक शिक्षा, नियमित गृह कार्य के माध्यम से उन्हें यह विश्वास दिलाया गया की यह स्कूल अब बिल्कुल बदल चुका है सैकड़ों रुपये फीस लेने वाले, तमाम प्राइवेट स्कूल इससे बहुत पीछे रह गए
अभिभावकों के सहयोग से प्राइवेट स्कूलों में चलने वाली अंग्रेजी माध्यम की सहायक पुस्तकें खरीद कर उनसे पढ़ाई शुरू करायी गयी, आस-पास के गाँवों तक यह खबर फैली और नतीज़ा दूर-दूर के गाँवों के अभिभावक यहाँ एडमिशन के लिए आने लगे, कई गाँवो में अभिभावकों ने यहाँ बच्चों को भेजने के लिए सामूहिक रूप से वैन भी लगा रखी है। जिससे विद्यालय आज अपनी पहचान बदलने में कामयाब हो चुका है।
स्कूल में एनुअल फंक्शन, अभिभावक संपर्क के माध्यम से अभिभावकों से सम्बन्ध मज़बूत करते हुए, गुणवत्ता परक शिक्षा, नियमित गृह कार्य के माध्यम से उन्हें यह विश्वास दिलाया गया की यह स्कूल अब बिल्कुल बदल चुका है सैकड़ों रुपये फीस लेने वाले, तमाम प्राइवेट स्कूल इससे बहुत पीछे रह गए
अभिभावकों के सहयोग से प्राइवेट स्कूलों में चलने वाली अंग्रेजी माध्यम की सहायक पुस्तकें खरीद कर उनसे पढ़ाई शुरू करायी गयी, आस-पास के गाँवों तक यह खबर फैली और नतीज़ा दूर-दूर के गाँवों के अभिभावक यहाँ एडमिशन के लिए आने लगे, कई गाँवो में अभिभावकों ने यहाँ बच्चों को भेजने के लिए सामूहिक रूप से वैन भी लगा रखी है। जिससे विद्यालय आज अपनी पहचान बदलने में कामयाब हो चुका है।
संकलन: अमरेश मिश्रा
टीम मिशन शिक्षण संवाद कानपुर नगर
टीम मिशन शिक्षण संवाद कानपुर नगर
मिशन शिक्षण संवाद की ओर से आप सभी सहयोगी विद्यालय परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं!
मित्रों आप भी यदि बेसिक शिक्षा के सम्मानित शिक्षक हैं या शिक्षा को मनुष्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण और शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना अपना कर्तव्य मानते है तो इस मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से शिक्षा के उत्थान एवं शिक्षक के सम्मान की रक्षा के लिए आपस में हाथ से हाथ मिला कर, मिशन शिक्षण संवाद के अभियान को सफल बनाने के लिए इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोगी बनकर, शिक्षक धर्म का पालन करें। हमें विश्वास है कि अगर आप सब अनमोल रत्न शिक्षक साथी हाथ से हाथ मिलाकर संगठित रूप से आगे बढ़े तो निश्चित ही बेसिक शिक्षा से नकारात्मकता की अंधेरी रात का अन्त होकर रोशनी की नयी किरण के साथ नया सवेरा अवश्य आयेगा। इसलिए--
आओ हम सब हाथ मिलायें।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
बेसिक शिक्षा का मान बढ़ायें।।
नोटः- यदि आप या आपके आसपास कोई बेसिक शिक्षा का शिक्षक साथी प्रेरक कार्य कर शिक्षा एवं शिक्षक को सम्मानित स्थान दिलाने में सहयोग कर रहा है तो बिना किसी संकोच के अपने विद्यालय की उपलब्धियों और गतिविधियों को हम तक पहुँचाने में सहयोग करें। आपकी ये उपलब्धियाँ और गतिविधियाँ हजारों शिक्षकों के लिए नयी ऊर्जा और प्रेरणा का काम करेंगी। इसलिए बेसिक शिक्षा को सम्मानित स्थान दिलाने के लिए हम सब मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जुड़कर एक दूसरे से सीखें और सिखायें। बेसिक शिक्षा की नकारात्मकता को दूर भगायें।
उपलब्धियों का विवरण, ऑडियो, वीडियो और फोटो भेजने का Whatsapp No.- 9458278429 एवं ईमेल- shikshansamvad@gmail.com है।
साभार: मिशन शिक्षण संवाद उ० प्र०
निवेदन:- मिशन शिक्षण संवाद की समस्त गतिविधियाँ निःशुल्क, स्वैच्छिक एवं स्वयंसेवी हैं। जहाँ हम आप सब मिलकर शिक्षा के उत्थान और शिक्षक के सम्मान के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसलिए यदि कहीं कोई लोभ- लालच या पद प्रतिष्ठा की बात कर, अपना व्यापारिक हित साधने की कोशिश कर रहा हो, तो उससे सावधान रह कर टीम मिशन शिक्षण संवाद को मिशन के नम्बर-9458278429 पर अवश्य अवगत करा कर सहयोग करें।
धन्यवाद अनमोल रत्न शिक्षक साथियों
विमल कुमार
कानपुर देहात
23/01/2018
धन्यवाद अनमोल रत्न शिक्षक साथियों
विमल कुमार
कानपुर देहात
23/01/2018
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