काव्यांजलि
*#काव्यांजलि*
टीम # *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह,
🔵🔴 *#काव्यांजलि_2159* 🔴🔵
दिनांक- 21 मार्च 2024
दिन- गुरुवार
कक्षा- 7, विषय- हमारा भूमण्डल
पाठ- 3, *ज्वालामुखी*
जिसके मुख से आग निकलती,
कहते हैं उसे हम ज्वालामुखी।
विस्फोट अचानक से होता,
आकस्मिक बल है ज्वालामुखी।।
मैग्मा, गैस, राख और धुँआ,
कंकर-पत्थर तेज निकलते।
निकास संकरी नली से होता,
जिसे निकास नली हैं कहते।।
धरती पर आने के लिये,
मैग्मा एक छिद्र बनाता है।
इस छिद्र को कहते विवर,
विवर ही क्रेटर कहलाता है।।
जब शान्त हो जाता ज्वालामुखी,
विवर में पानी इकट्ठा होता।
इसी विवर से तुम जानों,
क्रेटर झील का निर्माण होता।।
भीतर के पदार्थ बाहर निकल,
धरातल पर जमा होते हैं।
ढेर बन जाता शंकु आकार,
ये ज्वालामुखी पर्वत कहलाते हैं।।
🙏 *रचना-*
रुखसाना बानो (स०अ०)
कम्पोजिट विद्यालय अहरौरा
जमालपुर, मिर्ज़ापुर
✏️ *संकलन*
📝 *काव्यांजलि टीम,*
*मिशन शिक्षण संवाद*
# *काव्याँजलि*#
टीम *मिशन शिक्षण संवाद* की ओर से कविताओं का नया संग्रह
🔵🟣 *काव्याॅंजलि 1077* 🟣🔵
दिनाँक- 21/03/2024, दिन- गुरुवार
कक्षा- प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विषय- पर्यावरण अध्ययन
पाठ- हमारे जीव-जन्तु
प्रकरण- विश्व गौरैया दिवस
ओ! गौरैया मुनिया रानी,
तुम हो बड़ी सयानी।
क्यों मेरे घर नहीं आती हो?
लेने दाना पानी।।
तुम आती हो आंँगन मेरा,
बड़ा महक जाता है।
सूनापन ना रह जाता है,
मकान मेरा, घर हो जाता है।।
बोलो मुन्निया! दुख अपना तुम,
कह दो सब, ना रहना गुमसुम।
कौन तुम्हारा दुश्मन होता?
कौन तुम्हें डराता है?
आकर चुपके से मुझको तुम,
दुखड़ा अपना कह जाना।
रखना भरोसा हरदम मुझ पर,
कम ना करना आना जाना।।
🙏🏻रचना:-
डॉ० आभा सिंह भैसोड़ा (स०अ०)
रा० प्रा० वि० देवलचौड़
हल्द्वानी, नैनीताल
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