राजस्थान स्थापना दिवस

मीराबाई, राणा सांगा, राणा प्रताप है शान,

धोती कुर्ता और पगड़ी की अलग है आन।

इतिहास पृष्ठ गाता है गाथा बलिदान की,

राजस्थान है पूरे हिंदुस्तान में महान।।


प्रतिवर्ष 30 मार्च को स्थापना दिवस मनाएँ,

जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, बीकानेर रियासतों का विलय बताएँ।

बृहत्तर राजस्थान संघ इस दिन बना था,

वीरता, ढृढ़ इच्छाशक्ति बलिदान को शीश झुकाएँ।।


लोक कलाएँ, समृद्ध संस्कृति की हैं पहचान,

उत्साह और आयोजन से आती है जान।

कई रियासतों से मिलकर यह राज्य बना,

राजस्थान की अनूठी संस्कृति का हो दर्शन।।


शाब्दिक अर्थ राजस्थान का राजाओं का स्थान,

सात चरणों में हुआ इसका एकीकरण।

18 मार्च 1948 से इसकी शुरुआत हुई,

सरदार वल्लभ भाई पटेल का था महत्वपूर्ण योगदान।।


वीरों की धरती, राजवाड़ों की शान है राजस्थान,

73 वर्ष का सफर पूर्ण किया है राजस्थान।

अरावली पर्वतमाला से घिरा ऐतिहासिक धरोहर सहेजे,

रंग-बिरंगे रत्नों, आभूषणों को प्रसिद्ध राजस्थान।।


रचयिता
नम्रता श्रीवास्तव,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय बड़ेह स्योढ़ा,
विकास खण्ड-महुआ,
जनपद-बाँदा।

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