विश्व वन्यजीव दिवस

 वन में रहते भाँति-भाँति के जीव,

 रूप, रंग और गुण से सुंदर सजीव।

 वन संपदा को  ये सुशोभित करते,

 अचरज भरा संसार, संसार ये रचते।

 

कई दुर्लभ प्रजातियाँ भी  हैं इनमें,

अस्तित्व को संकट खड़ा है जिनमें।

अमूल्य धरोहर को संरक्षित करें,

वानिकी सौन्दर्य को सुरक्षित करें।।


पर्यावरण के रक्षक है ये वन्यजीव 

अनेक औषधियाँ और सुरक्षा दी। 

दुर्लभ पेड़ चन्दन, सेमल, शीशम की,

कुन्दन है यह  धरती सौंदर्य की।।


वन्यजीव और वनस्पतियों की,

जग में हम जागरूकता फैलाएँ।

सतत विकास और मानव कल्याण को,

3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाएँ।।


रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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