शिव-शक्ति परिणय

शिव-शक्ति का परिणय आज,

बेला ये मधुरिम बड़ी।

हर्षित "सुमन" करती बखान, 

बेला ये मधुरिम बड़ी।।


माँ गौरी ने की है वर्षों तपस्या        -2

शिवजी लाये हैं देखो बारात, 

बेला ये मधुरिम बड़ी।।


गौर वर्ण गौरा की अनुपम छवि है       -2

चकित देखे भुवन सब आज, 

बेला ये मधुरिमा बड़ी।।


भूत-प्रेत गण सब बाराती मगन हैं       -2

बैरागी शिव चले करने विवाह, 

बेला ये मधुरिम बड़ी।।


पहनाया गौरा ने, शंभू गले वरमाला       -2

पुष्पवर्षा करें देवगण बार-बार, 

बेला ये मधुरिम बड़ी।।


न वर कोई शिव सा, न गौरी सा दूजा       -2

गौरी शंकर सी जोड़ी, पाऊँ वरदान,

बेला ये मधुरिम बड़ी।


शिव-शक्ति का परिणय आज,

बेला ये मधुरिम बड़ी।

हर्षित "सुमन" करती बखान,

बेला ये मधुरिम बड़ी।।


रचयिता

सुमन सिंह,

सहायक अध्यापक,

उच्च प्राथमिक विद्यालय बिल्ली,

विकास खण्ड-चोपन, 

जनपद-सोनभद्र।

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