शहीद दिवस

हे भारत माता हमें शक्ति दे

तेरी लिए मर जाएँ हम

सुखदेव, राजगुरु और भगत सिंह

 जैसे शहीद हो जाएँ हम

उन वीरों जैसा बड़ा न हो फिर भी

तेरे लिए मन में प्रेम जगाए हम

देख स्वयं को क्षुद्र ग्लानि से 

मन व्याकुल हो जाता है

देश के लिए कुछ करने की

मन में उत्कृष्ट अभिलाषा है

उन शहीदों की अमरगाथा को

अगर गा पायें हम

तो देश भक्ति के 

राजदूत कहलायें हम

एक शिक्षक के रूप में

भारत माँ को वीर दे पायेंगे

भारत माँ की गौरव गाथा 

उनको रोज सुनायेंगे

शहीदों के पाठ पढ़ा पढ़ाकर 

उनमें देश भक्ति जगायेंगे

एक कवि लेखक के रूप मे

देश  सुन्दर स्वच्छ बनाने के

लेख कविता लिख पायेंगे

हे भारत माता हमे शक्ति दे

तेरे प्यार के काबिल बन पायेंगे


रचयिता
नन्दी बहुगुणा कीर्ति,
प्रधानाध्यापक,
रा० प्रा० वि० रामपुर,
विकास खण्ड-नरेन्द्रनगर,
जनपद-टिहरी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।



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