महिला सशक्तीकरण 260, दीपाली सक्सेना, बरेली

*👩‍👩‍👧‍👧महिला सशक्तीकरण विशेषांक-260*


*मिशन शिक्षण संवाद परिवार की बहनों की संघर्ष और सफ़लता की कहानी*

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=2906191516325093&id=1598220847122173

(दिनाँक- 23 मार्च 2021)
नाम - दीपाली सक्सेना
पद - सहायक अध्यापक
विद्यालय- प्रा०वि०कलापुर, बिथरी चैनपुर, बरेली, उत्तर प्रदेश

*सफलता एवं संघर्ष की कहानी :-*
👉
प्रथम नियुक्ति तिथि- 14 जनवरी 2016
👉विद्यालय की समस्याओं का समाधान:-
# विद्यालय में आने के बाद सबसे पहला कार्य बच्चों को विद्यालय आने के लिए प्रेरित करना। जिसके  लिए सबसे जरूरी है बच्चों को स्वयं से जोड़ना। उन्हें प्यार और अपनापन देना जिससे बच्चा शिक्षक से वही अपनत्व महसूस कर सके जैसा वो अपने परिवार के साथ करता है। मुझे खुशी है कि मेरे विद्यालय के बच्चे मुझे न सिर्फ अपना शिक्षक बल्कि दोस्त और अभिभावक भी मानते हैं।
🥀कार्यभार ग्रहण करने के बाद बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि जाग्रत करने के लिए 🤹🏻‍♂️खेल-खेल 🤹‍♀️ में शिक्षा देनी प्रारम्भ की।
🌷कोरोना काल मे भी कोई भी अवसर को celebrate करने से नही छोड़ा। ऑनलाइन माध्यम से हर त्योहार और अवसर को छात्रों के साथ उत्साह पूर्वक मनाया।
🌷you tube channel बनाकर शिक्षण सामग्री को बच्चों के साथ साथ अन्य लोगो  को भी सहभागी बनाया।
🥀 पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों के *व्यक्तित्व विकास* के लिए उन्हें समय-समय पर राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न बिन्दुओं पर *चर्चा, रोल-प्ले, वाद-विवाद, लेखन, चित्रण* आदि के अवसर प्रदान किए।
🥀 *अभिभावक सम्पर्क* बढ़ाकर उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया एवं सरकार द्वारा छात्रों के उज्जवल भविष्य हेतु किए जा रहे प्रयासों को समझाया।
🥀 विद्यालयी भौतिक परिवेश को आकर्षित बनाने हेतु विभिन्न प्रकार के *टी.एल.एम., क्राफ्ट एवं पेंटिंग* बनाई गई।
🥀कक्षा को रोचक बनाने हेतु छात्रों को *स्व-अभिव्यक्ति के विभिन्न अवसर* उपलब्ध कराये गए।
🥀 समय - समय पर त्यौहार  के पहले उससे संबंधित सामग्री बनाना सिखाना जिससे बच्चों  आत्मनिर्भर बन सके।

🥀 अपने स्वयं के व्यक्तित्व प्रयास द्वारा छात्रों को छोटी-छोटी आवश्यकताओं जैसे- कॉपी, पेंसिल, रबड़, डिब्बी आदि को स्वयं पूरा करने की आदत डलवायी एवं घर पर पैंसिल, रबड़, कटर, रंग आदि भूल जाने वाले छात्रों को  *स्कूल में उपलब्ध सामग्री द्वारा अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की व्यवस्था की गई।
🥀 *स्कूल लाईब्रेरी* का आकर्षित तरीके से सफल क्रियान्वयन किया।

👉 *🤹🏻‍♂️खेल-खेल🤹‍♀️ में शिक्षा* -
🥀 छात्रों को अपने देश की मिट्टी से जोड़ने के लिए मिट्टी के खिलौने बनवाए।
🥀 *पर्यावरण से जोड़ने* हेतु छात्रों से 🌳 *वृक्षारोपण* कराया और साथ ही *रोपित पौधों की जिम्मेदारी* छात्रों को एक-एक पौधा गोद देकर की गई।
🥀 राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न बिन्दुओं जैसे- *💧जल संरक्षण, गौरैया संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण, स्वच्छता, पॉलीथिन, कचरा प्रबंधन* आदि पर विभिन्न *रोल-प्ले* करा कर छात्रों के व्यक्तित्व को परिमार्जित किया।
🥀 छात्रों को *विभिन्न प्रकार के क्राफ्ट*  जैसे पुरानी बोतल से गमले, फूलदान बनाना,कार्ड्स बनाना, दीवाली पर कंदील बनाना, सजावट के सामान बनाना आदि।
🥀 चुनाव द्वारा *बाल संसद का गठन* करके छात्रों को विद्यालय की कुछ जिम्मेदारी सौंपी गई।
🥀 *प्रत्येक शनिवार खेल आयोजन* एवं प्रथम आने वाले छात्रों के उत्साह वर्धन हेतु *पुरस्कारों (📕कॉपी,✏️ पेंसिल,🎨 रंग आदि)* की व्यवस्था की गई।

👉 *छात्र उपस्थिति* -
🥀 अच्छी छात्र उपस्थिति हेतु विद्यालय में *खेल एवं विभिन्न एक्टिविटीज़* को स्थान दिया गया।
🥀 *प्रतिदिन पी.टी., 🧘🏻‍♀️योगासन, शिक्षाप्रद कार्टून फिल्मों को दैनिक जीवन* का अंग बनाया गया।
🥀 छात्रों के मध्य विभिन्न प्रतियोगिताओं का स्वस्थ आयोजन किया गया।
🥀 घर-घर जाकर *अभिभावक संपर्क* बढ़ाया गया।
🥀 विभिन्न बैठकों का ससमय आयोजन किया गया एवं *छात्रों की उपलब्धियों से अभिभावकों को अवगत* कराया गया।
🥀 जनपद स्तर पर *स्कूल चलो रैली में प्रतिभाग एवं विद्यालय स्तर पर स्कूल चलो अभियान को सफल बनाने हेतु रैली का बड़े मनोरंजक तरीके से आयोजन किया गया*।
🥀 कोरोना महामारी में *ऑनलाइन ई-पाठशाला* की शुरुआत जनपद स्तर पर सबसे पहले की।
🥀 मिशन शिक्षण संवाद की ऑनलाइन परीक्षा में गांव के छात्रों को बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कराया गया।
🥀 छात्रों के लिए प्रकरण आधारित विभिन्न एनीमेटेड विडिओस् बनाकर भेजे गए।

कोविड-19 महामारी के समय मिशन शिक्षण संवाद से प्रशिक्षण लेकर मिशन शिक्षण संवाद में दैनिक अभ्यास कार्य के प्रतिदिन की पढ़ाई सामग्री  तैयार करके बच्चों को पढ़ाती हूँ।

समय समय पर होने वाली ऑनलाइन वर्कशॉप से सीख कर  बच्चों के लिये एजुकेशनल वीडियो तैयार करती हूँ।

_✏संकलन_
*📝टीम मिशन शिक्षण संवाद।*

Comments

Total Pageviews