वृक्ष धरा के हैं आभूषण

वृक्षमाता थिमक्का को समर्पित

            ये वृक्ष हमारे पूज्य हैं, करते हमारा पोषण हैं।
          शुद्ध वायु देते हमको, पृथ्वी हरी-भरी रखते हैं।।
प्राणवायु है अनिवार्य सब प्राणियों के लिए,
समुद्र, भूमि, नभ जीवधारियों के लिए;
वृक्ष हैं अनिवार्य हमें चेतन रखने के लिए।।2....
        भोजन है अनिवार्य सब प्राणियों के लिए,
         फल-फूल हैं अनिवार्य सब मानवों के लिए;
        वृक्ष हैं अनिवार्य हमें स्वस्थ रखने के लिए।।2...
औषधियाँ हैं अनिवार्य सब प्राणियों के लिए,
तुलसी है अनिवार्य आँगन-प्रांगण के लिए;
वृक्ष हैं अनिवार्य योगाभ्यास के लिए।।2....
            जल है अनिवार्य सब प्राणियो के लिए,
          बादल हैं अनिवार्य रिमझिम वर्षा के लिए;
          वृक्ष हैं अनिवार्य शीतलता के लिए।।2....
 पूजनीय हैं हमको सारे वृक्ष एकसमान,
धूप, दीप, नैवेद्य से करते आरति गान;
  वृक्षों ने बनाया वृक्षमाता को  महान ।।2.....
          ये वृक्ष हमारे पूज्य हैं, करते हमारा पोषण हैं।
           शुद्ध वायु देते हमको धरा हरी-भरी रखते है।।
   
रचयिता 
प्रतिभा भारद्वाज,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यामिक विद्यालय वीरपुर छबीलगढ़ी,
विकास खण्ड-जवां,
जनपद-अलीगढ़।

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