बहुत जरूरी होती शिक्षा

बहुत जरूरी होती शिक्षा ,
सारे अवगुण धोती शिक्षा,
चाहे जितना पढ़ लें हम पर,
कभी न पूरी होती शिक्षा।
शिक्षा पाकर ही बनते हैं,
नेता, अफसर, शिक्षक,
वैज्ञानिक, मंत्री, व्यापारी
और साधारण रक्षक।
कर्तव्यों का बोध कराती,
अधिकारों का ज्ञान कराती,
शिक्षा से ही मिल सकता है,
सर्वोपरि सम्मान।
शिक्षा से ही बन सकता है,
भारत देश महान।।
                     
रचयिता
मालती गौतम,
प्रधानाचार्या,
उच्च प्राथमिक विद्यालय मडराक,
विकास खण्ड-लोधा,
जनपद-अलीगढ़।

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