शिक्षक एक विश्वास

शिक्षक एक ऐसा शब्द है जिसका स्मरण ही मन में श्रृद्धा का भाव जाग्रत कर देता है ..

शिक्षक एक ऐसा विश्वास जिसके हाथों में एक अभिभावक  जो उस शिक्षक को सही से जानता भी नहीं है अपने बच्चे को सौंप जाता है क्योकिं कहीं न कहीं उसे उम्मीद होती है कि उसके बाद हम ही है जो उसके बच्चे के जीवन को सही ढाँचे में ढाल सकते हैं...

शिक्षक जिसे राष्ट्रनिर्माता तक कहा गया है क्योंकि आज के बच्चे ही कल देश की बागडोर सँभालेगे जैसे संस्कारों, आदर्शों, के बीज आज बच्चों में बोये जाएँगे कल वैसा ही उपवन देश में महकेगा।

आज हम स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद  जी का जन्मदिन शिक्षा दिवस के रूप में मना रहे हैं। मेरा मानना है कि इस अवसर पर आत्म अवलोकन करते हुए कुछ प्रश्न हमें स्वयं से अवश्य करने चाहिए ...

क्या आज हमारा कार्य मात्र एक पेशा नहीं बनता जा रहा है और हम 9..से 3 ..की नौकरी करने वाले कर्मचारी नहीं बनते जा रहे?

क्या हम अपने अधिकारों की चर्चा करते करते इतने मशगूल नही होते जा रहे कि अपने कर्त्तव्यों पर सोचने का हमारा पास समय ही नही बचा है?

हम बोलते और सुनते आ रहे हैं कि बच्चे भगवान का रूप होते हैं। परन्तु क्या हम अपने विद्यालय के बच्चों के साथ उन्हें भगवान का रूप मानकर ही व्यवहार करते है?

क्या जिस 9..3 के समय में भी हम अपने घर परिवार, बच्चों के प्रति चिंतित रहते हैं। कभी इस समय के अतिरिक्त भी हमने विद्यालय के बच्चों के लिए कुछ योजनाएँ बनाने का प्रयास किया है?

क्या सारी समस्याओं का दोष हमने सरकार, अभिभावकों पर डालकर अपने मन में स्वयं को निर्दोष साबित करने के अतिरिक्त  कभी समस्याओं का समाधान अपने स्तर से खोजने, उन पर कार्य करने का प्रयास किया है ?

कहा गया है कि जिस राष्ट्र के सभी शिक्षक ईमानदार और कर्त्तव्यनिष्ठ हों तो उस राष्ट्र को कभी कोई किसी भी स्तर पर पीछे  नहीं कर सकता हैं। देश सेवा केवल सरहद पर रहकर ही नहीं की जाती है। देश की भावी पीढ़ी में ईमानदारी, सच्चाई, देशप्रेम, दयालुता जैसे भाव भरकर भी देश सेवा की जा सकती है। तो आइए हम केवल आदर्श की बातें ही न करें उन्हें अपने जीवन में, अपने व्यवहार में लागू भी करें तभी हम उन मासूम बच्चों के लिए भी आदर्श बन सकेंगे और अपने शिक्षक पद की गरिमा को भी बनाए रखने में सफल हो सकेंगे। 

रचयिता
संयोगिता,
प्रधानध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अदलपुर,
विकास खण्ड-डिलारी,
जनपद-मुरादाबाद।

Comments

  1. सादर आभार 🙏

    सकारात्मक विचारों को शब्द देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद!


    सकारात्मक विचारों के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ 🙏

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    1. हार्दिक धन्यवाद🙏🙏

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  2. Best wishes for positive and appropriate thoughts

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  3. बहुत सुंदर आलेख

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    1. हार्दिक आभार भैय्या 🙏🙏

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  4. सुंदरव सटीक अभिव्यक्ति

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