मिशन शिक्षण संवाद के प्रणेता डॉ0 कलाम

आज हम हमारे मिशन शिक्षण संवाद के प्रणेता डॉ0 कलाम का जन्मदिवस टीम मिशन शिक्षण संवाद के सदस्यों ने शिक्षक स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया जो कि बहुत ही सराहनीय है। 

डॉ0 कलाम का नाम जेहन में आते ही एक ऐसी तस्वीर उभरकर सामने आती है दुनिया के दिखावे से दूर एक साधारण सा जीवन जीने वाले इंसान जिनकी महान सोच और अथक प्रयास ने देश को मिसाइल की सौगात दी जिसकी वजह से उन्हें मिसाइल मैन भी कहा जाता है।


अभी हाल में ही मैंने उनसे सम्बंधित वीडियो देखी यह अहसास हुआ कि किस तरह डॉ0 कलाम किसी भी कार्य में असफल होने के बाद हार मानने की बजाय दुगने उत्साह से उस कार्य को दुबारा करने में जुट जाते थे। शायद यही उनकी सफलता का राज है। कौन जानता था कि एक साधारण परिवार में जन्म लिया बच्चा जिसने परिवार के सहयोग के लिये अखबार की फेरी करने वाला बच्चा देश का राष्ट्रपति बनेगा। यह अपने आप मे एक ऐसा उदाहरण है कि जन्म से कोई महान नहीं होता वरन अपने कार्यों और अथक प्रयासों से महान होता है। 
जीवन के अंतिम क्षणों में भी अपने प्रिय छात्रों के बीच अंतिम श्वांस लेना कहीं न कहीं उनका बच्चों के प्रति प्यार और कार्य के प्रति समर्पण प्रदर्शित करता है।
डॉ0 कलाम न केवल विज्ञान के क्षेत्र में बल्कि कई पुस्तकों को भी लिखा है जिससे हमें उनके विचारों जीवन के प्रति उनके नजरियों को समझने का अवसर प्रदान करता है। मुझे उनके जीवन के हर एक घटना से कोई न कोई सीख मिलती हैं ।
आगे भी जीवन में मैं उनके आदर्शों पर चलने का प्रयास करती रहूँगी।

लेखिका
ज्योति कुमारी,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय कोइलरा, 
विकास क्षेत्र-औराई,
जनपद-भदोही।

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