डॉ0 अब्दुल कलाम

परिलक्षित जो हैं हिन्द में
भारत का अभिमान रहें,
वो कोमल हृदय कलाम जी,
हर हृदय में विद्यमान रहें।

युवा प्रेरणा, वो ज्ञान स्रोत,
सदा अर्जुन के सुजान रहें,
वो पथ प्रदर्शक भारत रत्न,
नित भारत का सम्मान रहें।

मिसाइल मैन के नाम से गुंजित,
पोखरन के जवान रहे,
जिसने 'अग्नि' और 'आकाश' दिए
वो ज्ञान और अभिमान रहें।

त्याग, प्रेम, साहस के ज्ञाता,
गुरु गुणों की खान रहें,
युग निर्माता कलाम जी,
सदा शिक्षक की पहचान रहें।

पग चिन्हों पर चलें आपके,
शिक्षक धर्म प्रधान रहे,
कर नमन आशीष माँगते,
सदा शिक्षक का स्वाभिमान रहें।

रचयिता
मीनाक्षी उनियाल,
रा0 प्रा0 वि0 बयेडा,
विकास खण्ड-बीरोंखाल,
जनपद-पौड़ी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।

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