लौहपुरुष सरदार पटेल
संकल्प था लोहे सा मजबूत
देशभक्ति थी गहन अटूट।
बाधाओं के पार चले
नहीं थके और नहीं झुके।
कुप्रथाओं से डटकर लड़े
सच के संग फौलाद से खड़े।
एकता था उनका मंत्र
विचार प्रबल और स्वतंत्र।
जन _ जन के थे वे सरदार
ऐसा उनका था व्यवहार।
अखंड भारत की नींव डाल
रची दृढ़ता की मिशाल।
भारत देश को उन पर गर्व
उनका जन्मदिन एकता पर्व।
रचयिता
डॉ0 निशा मौर्या,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय मीरजहांपुर,
विकास खण्ड-कौड़िहार-1,
जनपद-प्रयागराज।

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