७२८~ अनमोल रत्न शबाना परवीन प्राथमिक विद्यालय बतरौली बाज़ार ब्लॉक- पडरौना, जनपद- कुशीनगर, राज्य- उत्तर प्रदेश

 🏅#अनमोल_रत्न शिक्षक-2025🏅

मित्रो आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से जनपद कुशीनगर की अनमोल रत्न बहन शबाना परवीन जी से करा रहे हैं जिन्होंने अपने समर्पित एवं सकारात्मक प्रयासों से विद्यालय को प्रेरक एवं अनुकरणीय बनाया। जो हम जैसे अनेकों शिक्षकों के लिए भी एक आदर्श उदाहरण है।

आइए देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक प्रयासों को-

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👉1- शिक्षक- शबाना परवीन (स०अ०)
👉2- विद्यालय- प्राथमिक विद्यालय बतरौली बाज़ार ब्लॉक- पडरौना, जनपद- कुशीनगर, राज्य- उत्तर प्रदेश
👉3- शिक्षक के रूप में सेवा की शुरुआत का वर्ष - 2015
👉 4_शिक्षक के रूप में मेरी नियुक्ति 9 नवम्बर 2015 से शुरू हुई जिस समय विद्यालय में मेरी नियुक्ति हुई थी उस समय विद्यालय की स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब थी, विद्यालय में चॉक डस्टर तक नहीं था। मात्र 15 से 20 बच्चे ही आते थे। चुनौतियां ही चुनौतियां सामने थीं, समझ में नहीं आता था कि कहाँ से सुधार की शुरुआत की जाए, मैं अकेली शिक्षक थी, कहीं से कोई साथ देने वाला नहीं था न बच्चे थे ना ही कोई संसाधन था। अगर कुछ था तो सिर्फ़ हिम्मत थी कुछ बेहतर करने की फिर पहली शुरुआत बच्चों को स्कूल तक लाने की हुई, जिसके लिए ग्रामवासियों से संपर्क करके इसमें सफलता मिली और मात्र 6 माह में 168 बच्चों का नामांकन किए उपस्थिति और शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए नित नए नवाचार और रूचिपूर्ण शिक्षण विधियों का प्रयोग करते हुए उपस्थिति 70% से 75% तक करने में सफलता मिली।



नामांकन और उपस्थिति के बाद अब संसाधनों की व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती थी जिसके लिए ग्राम प्रधान से संपर्क करके बहुत प्रयास के बाद उनके द्वारा बाउंड्री वॉल बनवाया गया। कक्षा-कक्ष भी ठीक नहीं थे, कुछ समय बाद थोड़ा और प्रयास के बाद प्रधान द्वारा कक्षा कक्षों, खिड़की, दरवाजों के मरम्मत का कार्य करवाया गया। उसके बाद स्वयं के खर्च से विद्यालय की अन्य ज़रूरत की वस्तुओं की व्यवस्था किए।
👉5- विद्यालय में आपके द्वारा किए जा रहे प्रेरक प्रयास_
छात्र छात्राएं रूचिपूर्ण शिक्षा ग्रहण करें इसके लिए TLM और गतिविधियों के माध्यम से सिखाने का प्रयास किए। बच्चों का सीखना स्थाई और आसान हो इसके लिए करके सीखने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हर वर्ष विज्ञान एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया करते थे। जिससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा और कुछ सीखने के प्रति उनकी रुचि में वृद्धि हुई और सीखने के स्तर में सुधार आया। बच्चों को जिस प्रकरण को समझने में कठिनाई होती, उस पर प्रयास करके कोई खेल गतिविधि का निर्माण करते और बच्चे उसे सरलता पूर्वक खेल_ खेल में ही सीख जाते। इस प्रकार जब भी खाली समय मिलता बच्चों के लिए TLM, पपेट आदि को बनाते रहते थे जो आज भी निरंतर जारी है। इन सभी प्रयासों में सफलता भी मिला  जिसके कारण मेरे विद्यालय को जिला स्तर पर एक पहचान मिली और सरकार की इंग्लिश मीडियम स्कूल की योजनानुसार मेरे विद्यालय को इंग्लिश मीडियम किया गया और उसके साथ 4 शिक्षकों की विद्यालय में नियुक्ति भी हुई।
















इसके बाद ग्राम प्रधान से संपर्क  करके टायलीकरण कराने के लिए प्रयास किया गया जिसके बाद प्रधान ने सभी कक्षा_कक्षों में टायलीकरण के साथ साथ डेस्क बेंच की भी व्यवस्था किया। विद्यालय के परिवेश को स्वच्छ, सुंदर और कार्बन मुक्त रखने के लिए समय-समय पर वृक्षारोपण भी किया गया।
👉A- विद्यालय में नामांकन-
2023- 251
2024- 253
2025- 245
👉B- विद्यालय में उपस्थिति का प्रतिशत-
2023- 70 प्रतिशत
2024- 73 प्रतिशत
2025- 75 प्रतिशत
👉C- विद्यालय में 100% उपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों की औसत संख्या- 60 प्रतिशत
👉D- विद्यालय के बच्चों की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता _एक बालिका द्वारा विद्याज्ञान प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण किया गया तथा एक बालक का चयन नवोदय विद्यालय में हुआ है।
कुछ बच्चे अभी प्रयासरत हैं।
👉6- शिक्षक के रूप में शोध, नवाचार आदि _
1.प्रेरणा ज्ञानोत्सव में ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2021
2. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान 2021
3. मिशन शिक्षण संवाद कुशीनगर  शिक्षक सम्मान समारोह 2023 में उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान प्राप्त हुआ।








4. डाइट द्वारा  2024_2025 नवाचार और tlm मेला में प्रथम स्थान प्राप्त होने पर सम्मानित किया गया।
     5.2025_26 में BRC पर आयोजित नॉलेज शेयरिंग नवाचार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
👉 7-मिशन शिक्षण संवाद के लिए संदेश _
    मिशन शिक्षण संवाद शिक्षकों एवं छात्र _
छात्रों के भविष्य को संवारने का बेहतरीन कार्य कर रहा है । मिशन द्वारा तैयार की गई शिक्षण सामग्रियों की मदद से छात्र _छात्राएं विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करके अपने सुनहरे भविष्य की तैयारी में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं, मुख्या रूप से ये उन बच्चों के लिए संजीवनी का कार्य कर रहा है जो बच्चे आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं जो फीस देकर किसी प्रकार की प्रतियोगिता की तैयारी कर सकें, साथ ही शिक्षकों को भी_बना बनाया शिक्षण सामग्री मिल जाता है जिससे उनके समय की बचत होती है । शिक्षा के साथ_साथ सभी प्रकार की प्रतिभा को निखारने में मिशन का प्रयास बेहतरीन है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि मिशन शिक्षण संवाद इसी प्रकार सदा अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ता रहे और संपूर्ण विश्व में अपनी पहचान स्थापित करे।






👉8. शिक्षक समाज के लिए संदेश _
शिक्षक केवल पाठ्यपुस्तक का ज्ञान देने वाले नहीं होते, बल्कि वे समाज के भविष्य निर्माता भी होते हैं ये बात उन्हें हमेशा याद रखना चाहिए। उनकी जिम्मेदारी केवल विद्यार्थियों को पढ़ाना नहीं, बल्कि उनमें अच्छे संस्कार, सोचने की क्षमता और आत्मविश्वास जगाना भी है। एक अच्छा शिक्षक वही है, जो अपने विद्यार्थियों में ज्ञान के साथ-साथ मानवीय मूल्य भी बोता है, ताकि वे एक अच्छे नागरिक बनकर देश का गौरव बढ़ा सकें।

संकलन :- मंजू सिंह (संयोजक)
टीम मिशन शिक्षण संवाद कुशीनगर

नोट- यदि आप भी एक सरकारी विद्यालय के शिक्षक हैं और आपने भी अपने विद्यालय में कुछ ऐसे प्रेरक और अनुकरणीय कार्य किए हैं जो हम जैसे अनेकों शिक्षकों के लिए भी प्रेरक एवं अनुकरणीय हो सकते हैं तो उसका विवरण और विवरण को प्रमाणित करती हुई कुछ महत्वपूर्ण फोटो मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर- 9458278429 पर जरूर भेजें। क्योंकि जिस तरह से सरकारी शिक्षा और शिक्षक के नाम पर अनेकों भ्रम और भ्रान्तियों के साथ उसके सामाजिक विश्वास को कमजोर करने के लिए, नकारात्मकता फैलाई जाती रहती है, उसके लिए हम सभी को अपनी सकारात्मकता की लाइन इतनी अधिक लम्बी करनी होगी। जिससे नकारात्मकता फैलाने वाले स्वयं एक दिन सकारात्मक होकर सरकारी शिक्षा और शिक्षक के प्रयासों को मानने एवं स्वीकारने को मजबूर हो जायें। क्योंकि-
"हमने ही बदला था। हम ही बदल रहे हैं। हम ही बदलकर रहेंगे"
धन्यवाद!🙏🙏🙏
विमल कुमार
टीम मिशन शिक्षण संवाद
26-10-2025


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