172/2025, बाल कहानी- 15 अक्टूबर


बाल कहानी- हिम्मत और प्रयास
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एक छोटे से गाँव में एक लड़की रहती थी, जिसका नाम प्रिया था। प्रिया को बागवानी का बहुत शौक था। वह अक्सर अपने घर के बाहर लगे करेले की बेल से करेले तोड़कर लाती थी।
एक रविवार की सुबह प्रिया ने सोचा कि वह अपने परिवार के लिए सब्जी लेने जायेगी। वह दरवाजे के बाहर खुले स्थान पर लगे करेले की बेल के पास गयी और करेले तोड़ने लगी। शुरुआत में उसे कुछ करेले आसानी से मिल गए, लेकिन जैसे ही वह आगे बढ़ी, उसे करेले की हरी पत्ती की वजह से कोई और करेला नहीं दिखा।
प्रिया का मन हताश होने लगा और उसने सोचा कि इसे ना ही तोड़ा होता तो अच्छा होता। एक-दो दिन बाद और करेले मिल जाते, जो अभी छोटे थे। अब खाली हाथ ही वापस जाना पड़ेगा क्योंकि इतनी कम संख्या सब्जी के लिए पर्याप्त नहीं है। लेकिन फिर उसने सोचा कि उसने अभी तक कम कोशिश की है, तो क्यों न एक बार और ध्यान लगाकर कोशिश की जाए?
प्रिया ने पुनः करेले की बेल के पास जाकर ध्यानपूर्वक खोजबीन शुरू की। इस बार उसे एक के बाद एक करेले मिलने लगे। अब उसको पर्याप्त संख्या में करेले मिल गये। वह अब बहुत खुश थी और सोचने लगी कि अगर उसने हिम्मत हार ली होती, तो शायद उसे इतने करेले नहीं मिलते।
जब प्रिया घर वापस आयी तो वह अपने मम्मी-पापा को अपने साथ हुई ये सारी बातें बताने लगी। प्रिया की बात सुनकर उन्होंने उसको गले लगाकर कहा, "बेटा! तुम्हारी हिम्मत और प्रयास ने तुम्हें सफलता दिलाई है। जीवन में भी यही बात लागू होती है। अगर हम हिम्मत नहीं हारते हैं और प्रयास करते रहते हैं, तो हमें जरूर सफलता मिलती है।"
प्रिया की कहानी हमें बताती है कि हिम्मत और प्रयास से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

#संस्कार_सन्देश -
हिम्मत और प्रयास से हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं और सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

कहानीकार-
#शंखधर_द्विवेदी (स०अ०)
उच्च प्राथमिक विद्यालय (1-8) #करपिया 
विकासखण्ड- #कोरांव, जनपद- #प्रयागराज

✏️ संकलन
📝टीम #मिशन_शिक्षण_संवाद
 #दैनिक_नैतिक_प्रभात

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