२९२~ सुभाष पाण्डेय (प्रभारी अध्यापक) पूर्व माध्यमिक विद्यालय रम्पुरा,विकासखंड–शाहबाद, रामपुर

           🏅अनमोल रत्न🏅

मित्रों आज हम आपका परिचय मिशन शिक्षण संवाद के माध्यम से बेसिक शिक्षा के अनमोल रत्न शिक्षक साथी भाई सुभाष पाण्डेय जी से करा रहे हैं। जिन्होंने अपनी सकारात्मक सोच और व्यवहार कुशलता से एक नहीं बल्कि जहाँ जिस विद्यालय में, जब जितने समय सेवा का मौका मिला, कुछ न कुछ नया और परिवर्तन करने का प्रयास जरूर किया। जो हम सभी को वर्तमान में रहकर कुछ नया और अच्छा करने को प्रेरित करता है।

आइये देखते हैं आपके द्वारा किए गये कुछ प्रेरक प्रयासों को:-

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श्री सुभाष पाण्डेय (प्रभारी अध्यापक) पूर्व माध्यमिक विद्यालय रम्पुरा,विकासखंड–शाहबाद, रामपुर

07 फरवरी-1998 को प्राथमिक विद्यालय कूबरी कामसहाय, जिला बदायूं में मेरी नियुक्ति सहायक अध्यापक के पद पर हुई| लेकिन कुछ ही समय पश्चात 20 मई 1999 को अंतर्जनपदीय स्थानातरण में जिला रामपुर में मेरा स्थानातरण हो गया| रामपुर के स्वार ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय गददी नगली में 20 मई-1999 से 31 जून 2004 तक कार्यरत रहा| जुलाई 2004 से वर्तमान ब्लॉक–शाहबाद में कार्यरत हूँ| 1998 से अब तक शिक्षक के रूप में मैंने शिक्षा के उत्थान के लिए जो भी प्रयास किए वो आज में आप के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।

वर्ष 2011 -12 में प्राथमिक विद्यालय मौहलिया में मुझे विद्यालय सुधार के लिए सम्बद्ध किया गया था| विद्यालय का भौतिक परिवेश बहुत ही खराब था| नामांकन के सापेक्ष ठहराव बहुत ही कम था| जब मुझे विद्यालय से सम्बद्ध किया गया तब 125 बच्चों के सापेक्ष 12 ही बच्चे विद्यालय आते थे| अपने प्रयासों से मैंने विद्यालय के भौतिक परिवेश को बदला| रुचिपूर्ण शिक्षण विधियों से बच्चों को जब पढ़ाना शुरू किया, तो बच्चों का ठहराव बढ़कर 90 हो गया|

वर्ष 2015-16 में पूर्व माध्यमिक विद्यालय ऊँचागाँव में मुझे विद्यालय सुधार के लिए सम्बद्ध किया गया तो मेरे समक्ष पुनः विद्यालय सुधार की समस्या थी| मैंने अपने प्रयासों से विद्यालय के भौतिक परिवेश और गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक वातावरण के सृजन के लिए प्रयास शुरू किए| मैंने अपने व्यय पर बच्चों के लिए परिचय-पत्र उपलब्ध कराए| मेधावी बच्चों को वार्षिक परीक्षा के उपरान्त पुरुस्कार देना शुरू किया| बच्चों के समूह में हैण्ड वाश के लिए मैंने नल में मोतोर्पनी के टैंक और टोंटी की व्यवस्था की| जिसका परिणाम यह हुआ कि विद्यालय के बच्चे न्यायपंचायत से लेकर जिले स्तर की प्रतियोगिताओं में विद्यालय का नाम रोशन करने लगे| विद्यालय के अच्छे भौतिक परिवेश और अच्छे शैक्षिक वातावरण के कारण बेसिक शिक्षा विभाग रामपुर द्वारा प्रकाशित पत्रिका “कोशिश बदलाव की" प्रथम अंक (वर्ष 2016 ) में विद्यालय को प्रकाशित किया गया| पत्रिका के विमोचन के अवसर पर विद्यालय को जनपद के श्रेष्ठ विद्यालय के पुरुस्कार से मुझे तत्कालीन जिलाधिकारी श्री अमित किशोर और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री श्यामकिशोर तिवारी जी द्वारा सम्मानित किया गया|

जुलाई-2017 से मुझे पूर्व माध्यमिक विद्यालय रम्पुरा का चार्ज मिला और इस तब से लेकर अब तक विद्यालय की प्रगति के लिए अनेकों प्रयास जारी है| विद्यालय का जब चार्ज मिला तो सबसे पहले शत प्रतिशत नामांकन किया| बच्चों के ठहराव के लिए शत प्रतिशत उपस्थिति वालें बच्चों को star of month चुनकर सम्मानित किया| विद्यालय में हर माह बच्चों का जन्मदिन मनाना शुरू किया| विद्यालय के सौंदर्यीकरण के लिए अपने पास से 20000 से खर्च किया| बच्चों को परिचय पत्र अपने व्यय पर निःशुल्क वितरण मेरे द्वारा किया जाता है| विद्यालय में नाट्य रूप में महापुरुषों का जन्मदिन मनाया जाता है|

विद्यालय में कंप्यूटर शिक्षक न होने पर भी विद्यालय में कंप्यूटर की शिक्षा दी जाती है| प्रत्येक माह सामान्य ज्ञान परीक्षा विद्यालय में आयोजित की जाती है| विद्यालय में मध्याहन भोजन के समय स्वच्छता समिति के द्वारा भोजन मन्त्र के द्वारा कराया जाता है| वर्तमान समय में ग्राम प्रधान जी द्वारा 14वें वित्त आयोग से विद्यालय में सौंदर्यीकरण के लिए कार्य किए जा रहे है|

📋विद्यालय की उपलब्धियाँ:-

👉1. 16 मई 2018 को बेसिक शिक्षा विभाग, रामपुर की पत्रिका “कोशिश बदलाव की" के दूसरे अंक में विद्यालय को प्रकाशित किया गया| जिलाधिकारी श्री महेन्द्र बहादुर सिंह और बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री सर्वदानन्द जी द्वारा विद्यालय को सम्मानित किया गया|

👉2.15 दिसम्बर 2018 को विद्यालय के समस्त स्टाफ को खुले में शौच मुक्त कार्यक्रम में सराहनीय भूमिका के लिए सम्मानित किया गया|

📋शिक्षक की उपलब्धियाँ:-
👉1. वर्ष 2006, 2008, 2012, 2016 और 2018 में श्रेष्ठ शिक्षक के सम्मान से सम्मानित|

👉2. वर्ष 2017 में मुरादाबाद मंडल में मंडलायुक्त श्री वेंकटेश्वर लू जी द्वारा श्रेष्ठ प्रशिक्षक से सम्मानित किया गया|

👉3. हिंदी, संस्कृत, पठन क्षमता विकास विशेष शिक्षण प्रशिक्षण और विद्यालय प्रबंधन समिति के जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स|




















अपने शिक्षण कार्यकाल में मुझे काफी विद्यालयों में शिक्षण कराने का अवसर मिला| अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ा| लेकिन विद्यालयों के विकास और शिक्षण व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कभी हार नहीं मानी| अंत में कुछ पंक्तियाँ बयाँ करूँगा:

कितनी भी मुश्किल हो राहें, हार मत मानो|
एक दिन में नहीं बदलता माहौल, यह बात जानो||

सोचो, परखो, फिर सोचो, इस बात को जानो|
रस्सी से पत्थर पर निशान बन जाते है, इस बात से कुछ जानो||

संकलन: दीपक पुण्डीर
मिशन शिक्षण संवाद रामपुर

👉नोट:- आप अपने मिशन परिवार में शामिल होने, आदर्श विद्यालय का विवरण भेजने तथा सहयोग व सुझाव को अपने जनपद सहयोगियों को अथवा मिशन शिक्षण संवाद के वाट्सअप नम्बर-9458278429 और ई-मेल shikshansamvad@gmail.com पर भेज सकते हैं।

निवेदक: विमल कुमार
06-01-2019

Comments

  1. सुभाष पांडेय एक अच्छे शिक्षक के साथ एक अच्छे इंसान और श्रेष्ठ ट्रेनर भी हैं।

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  2. This comment has been removed by the author.

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