वायु के गुण

कक्षा-6 इकाई-15, आओ समझें विज्ञान।
वायु के गुण बड़े अनोखे बच्चों सीखो ज्ञान।

रंगहीन है, गन्धहीन है, वायु स्वादविहीन।
स्पर्श नहीं कर सकते हैं, अनुभव करें नवीन।

वायु स्थान घेरती है वायु में होता भार।
वायु दाब डालती है इसका अद्धभुत कार्य।।

गुब्बारे में हवा भरें तो वह फूल है जाता।
मुँह से निकली हवा के कारण आकार बड़ा हो जाता।।

यह प्रयोग बतलाता है कि वायु घेरे स्थान।
वायुमण्डल के कारण ही पृथ्वी में जीवन मान।।

एक दण्डिका के दोनों सिरों पर तुम बाँधो गुब्बारे।
एक रहे खाली दूजे पर मुँह से फूँक मारें।

वायु भरा गुब्बारा जिधर हो वह नीचे झुक जाता।
देखो वायु में भार है होता यह प्रयोग बतलाता।।

एक गिलास में पानी भरकर गत्ते से ढक दीजे।
फिर गत्ते में हथेली रखकर गिलास उल्टा कर दीजे।

धीरे से तुम हाथ हटाओ नहीं गिरेगा पानी।
बाहर से वायु दाब डालती अंदर से डाले पानी।

वायुमंडलीय दाब अधिक है तुम जानो बाहर का।
इसीलिए पानी न गिरता जादू है अंदर का।।

रचयिता
राजकुमार शर्मा,
प्रधानाध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय चित्रवार,
विकास खण्ड-मऊ,
जनपद-चित्रकूट।

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