शिक्षक अज्ञान मिटाने आये हैं

अपने जीवन को दीप बना
वह मार्ग दिखाने आये हैं।
कुछ लोग धरा पर शिक्षक बन
अज्ञान मिटाने आये हैं।
जो दिव्य ज्ञान के पुंज,
प्रदर्शक पथ के,
मेरा नमन उन्हें।
जो सत्य राह पर चलें,
चलाएँ सबको,
मेरा नमन उन्हें।
जो निष्ठा और कर्तव्य
परायणता सिखलाएँ,
नमन उन्हें।
जो जीवन क्या है,
जीने का मकसद बतलाएँ,
नमन उन्हें।
अपनी अनमोल सहजता से
हर दिल में जगह बनाये हैं,
कुछ लोग धरा पर शिक्षक बन
अज्ञान मिटाने आये हैं।

रचयिता
कादम्बिनी सिंह,
सहायक अध्यापक,
पूर्व माध्यमिक विद्यालय फेफना,
शिक्षा क्षेत्र-गड़वार,
जनपद-बलिया।

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