प्रेरणा लक्ष्य
चलो साथियों आज करें हम,
प्रेरणा लक्ष्य की बात।
एक से पाँच की कक्षाओं को,
देना है हमको सौगात।
मार्च बाइस तक उत्तर प्रदेश,
प्रेरक प्रदेश बनाना है।
प्रारंभिक ज्ञान विकसित हो,
ऐसी अलख जगाना है।
प्रेरणा लक्ष्य की संख्या दस,
इस बात को जानो तुम।
किस कक्षा में क्या सिखाना,
यही बात पहचानो तुम।
हिंदी या भाषा में सुन लो,
पाँच प्रेरणा लक्ष्य बताना।
और गणित में भी बच्चों को,
पाँच प्रेरणा लक्ष्य बताना।
ब्लाक,जनपद,मंडल,प्रदेश,
प्रेरणा लक्ष्य का क्रम है।
कर लो दूर तुम मेरे साथियों,
यदि मन में कोई भ्रम है।
हम बनाएँगे प्रेरक प्रदेश अब,
मिशन प्रेरणा का नारा।
बच्चों को प्रारंभिक ज्ञान हो,
लक्ष्य बने यही हमारा।
कक्षा एक का प्रेरणा लक्ष्य है,
बिल्कुल ही आसान।
पाँच शब्द भाषा का बच्चा,
ले फौरन पहचान।
अगर गणित की बात करें तो,
पाँच अंक पहचाने।
सीखके बच्चा इस लक्ष्य को,
लगता है हँसने-गाने।
एक मिनट में बीस शब्द यदि
हिंदी में पढ़े प्रवाह से।
कक्षा दो का प्रेरणा लक्ष्य यह,
हट न जाए निगाह से।
पचहत्तर प्रतिशत जोड़-घटाना,
एक अंक का सही करे।
प्रेरणा लक्ष्य गणित का उसमें,
नया जोश-उत्साह भरे।
तीस शब्द प्रति मिनट प्रवाह से,
यदि पढ़ लेता है बच्चा।
कक्षा तीन का प्रेरणा लक्ष्य तब,
भाषा का होता सच्चा।
पचहत्तर प्रतिशत हासिल वाले,
जोड़-घटाना होते जब।
कक्षा तीन के गणित का लक्ष्य,
पूरा हो जाता है तब।
पचहत्तर प्रतिशत प्रश्न करे जो,
पढ़ छोटे अनुच्छेद सही-सही।
कक्षा चार की भाषा का होता,
प्रेरणा लक्ष्य यही सही।
पचहत्तर प्रतिशत गुणा के प्रश्न,
सही-सही जो करता है।
प्रेरणा लक्ष्य गणित का हासिल,
चार का बालक करता है।
पचहत्तर प्रतिशत प्रश्न करे जो,
पढ़ बड़े अनुच्छेद सही-सही।
कक्षा पाँच की भाषा का होता,
प्रेरणा लक्ष्य यही सही।
पचहत्तर प्रतिशत भाग के प्रश्न,
सही-सही जो करता है।
प्रेरणा लक्ष्य गणित का हासिल,
पाँच का बालक करता है।
रचयिता
अरविन्द दुबे मनमौजी,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय अमारी,
विकास खण्ड-रानीपुर,
जनपद-मऊ।
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