आओ भैया दूज मनाऊँ
आओ भैया दूज मनाऊँ
तुझे भैया रोली टीका लगाऊँ
इतना प्यारा त्योहार आया
खुशियों की सौगात है लाया
प्रभु तेरी खुशियों की दुआएँ ले बहिना
भाई तू हमेशा खुश रहना
गोद तेरी आज मैं भर लूँगी
भर भर कर आज दुआएँ दूँगी
थाल भर मिठाई लायी
आज भाई मैं सिर्फ तेरे लिए आयी
खुश किस्मत है हर बहना
भाई से बड़ा न कोई गहना
ढोल पीट-पीटकर चिल्लाऊँ
अपने भाई के गुण दुनिया को बताऊँ
भैया दूज का पवित्र बंधन
टीका, हल्दी और चंदन
भाई बहना का प्यार युग-युग तक रहेगा
भाई बहन की गाथा हर कोई कहेगा
रचयिता
नन्दी बहुगुणा,
प्रधानाध्यापक,
रा० प्रा० वि० रामपुर,
विकास खण्ड-नरेन्द्रनगर,
जनपद-टेहरी गढ़वाल,
उत्तराखण्ड।
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