बाल श्रम निषेध दिवस

छोटे-छोटे बच्चे करते कारखानों में काम,

तरह-तरह के जोखिम वाले, जीवन है हराम।

लाखों की संख्या है बाल श्रमिकों की,

स्वास्थ्य, शिक्षा से होते वो अनजान।।


बुनियादी अधिकारों से वंचित होते ये बच्चे, 

जबरन गुलामी, मानव तस्करी करते बच्चे। 

खराब वातावरण और वेश्यावृत्ति जैसी,

अवैध गतिविधियों में शामिल होते बच्चे।।


अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने 2002 में,

'बालश्रम' के खिलाफ विश्व दिवस' मनाया।

इस दिन सरकारों, प्राधिकरणों एवं समाज में,

बाल श्रम बाल समस्या को इंगित कर दिखाया।।


बाल श्रम की समस्या और समाधान को,

समाज में जन जागरूकता लाया जाए।

शिक्षित, स्वस्थ और सम्मानित हो बच्चा,

उसको मानव अधिकार दिलाया जाए।।


रचयिता
वन्दना यादव "गज़ल"
अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,
विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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