विश्व बाल श्रम निषेध दिवस

अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के सुझाव में,

2002 से विश्व बाल कल्याण रूप में।।


12 जून को दुनिया भर में,

"विश्व बाल श्रम निषेध दिवस" रूप में।


"कोरोना वायरस के दौर में,

बच्चों को बचाना थीम में।"


14 वर्ष से कम उम्र में,

कठोर श्रम है, बालश्रम में।


यदि बहुत जरूरी न हो,

श्रम करने की मजबूरी न हो।


हाथों में भी छाले न हों।

रोटी के भी लाले न हों, 


हाथों में उनके किताब हो,

आँखों में भी उनके ख्वाब हो,


बच्चों के सपने पूरे हों,

ख्वाब जो उनके अपने हों।


बच्चों के सम्पूर्ण विकास अर्ज में,

बाल श्रम रोकना हमारे फर्ज में।


बाल श्रम रोकने में एक कोशिश अपनी भी


रचयिता
अंजू गुप्ता,
प्रधानाध्यापिका,
प्राथमिक विद्यालय खम्हौरा प्रथम,
विकास क्षेत्र-महुआ, 
जनपद-बाँदा।



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