अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस

5 छल्ले जिस खेल की पहचान,

ओलंपिक खेल है दुनिया में उसका नाम।

23 जून 1948 को मना पहली बार,

तीन स्तंभ, आगे बढ़ो, सीखो, खोजो बनाओ पहचान।।


ओलंपिक का सफर शुरू हो मशाल से,

पंच रंग छल्ले नीला, पीला, हरा, लाल, काला।

खेलों का जुनून होता है निराला,

खेलों से बन जाए स्वस्थ शरीर निराला।।


मना ओलंपिक को दिया उत्सव अनमोल,

हिस्सा लेते इसमें 200 से अधिक देश।

ग्रीष्मकालीन, शीतकालीन दो तरह के हों खेल,

थाम मशाल दौड़ें, पीछे लोग दें एकता का संदेश।।


रचयिता

शालिनी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय बनी, 

विकास खण्ड-अलीगंज,

जनपद-एटा।


Comments

  1. बहुत ही अच्छी कविता है 🙏

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