पराक्रम दिवस

"तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा।"

लगाया जिसने यह क्रान्तिकारी नारा है।


गर्म खून के लाल सुभाष चन्द्र बोस हैं वो,

जनमानस ने नेताजी कहकर पुकारा है।


सुभाष चन्द्र बोस की 124 वीं जयन्ती आई है,

पराक्रम दिवस के रूप में जयन्ती उनकी मनाई है।


गांधीजी ने "राष्ट्रपिता" कहा सबसे पहले नेताजी को,

युवाओं को आज क्रान्तिकारी की फिर याद आई है।


फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की नेताजी ने,

आजाद हिन्द फौज नाम की सेना बनाई थी।


विद्रोही नेता के थे अपने सबसे अलग विचार,

धरती माता माँगे ऐसे लालों की सदा पुकार।


रचयिता

शालिनी,

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय बनी, 

विकास खण्ड-अलीगंज,

जनपद-एटा।

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