नारी तू बड़ी महान

नारियों में नारी तू है,

सावित्री बड़ी महान।

शिक्षा की अलख जगा तूने,

किया काज बड़ा ही महान।


जो पाया साथ पति का तूने,

किए सम्भव मुश्किल काम।

सावित्री तूने हम सब पर,

किए हैं बड़े एहसान।


बन भारत की पहली शिक्षिका,

तूने बाँटा था सबको ज्ञान।

तन मन धन से समर्पित हो,

तूने मिटा दिया अज्ञान।


नारी शिक्षा को दे महत्व,

बढ़ाया नारी शक्ति मान।

सावित्री हम सबको है,

तुम पर बड़ा अभिमान।


समाज सुधारक बन तूने,

समाज का किया कल्याण।

धारदार थी लेखनी तेरी,

तू कवयित्री बड़ी महान।


विधवा विवाह पर जोर दे,

किया नारियों का सम्मान।

छुआछूत को मिटा तूने,

दिया दलितों को सम्मान।


फैला प्लेग था जब राज्य में,

ना छोड़ा प्रजा का तूने साथ।

सदा अपने धर्म पर डटी रही,

वाह! सावित्री तेरी क्या बात।


रचनाकार

सपना,
सहायक अध्यापक,
प्राथमिक विद्यालय उजीतीपुर,
विकास खण्ड-भाग्यनगर,
जनपद-औरैया।

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