सुखमय सौगात

 बीता गया गत वर्ष  

आते जाते दिन  रात।

जीवन में नव आशा संग,

आया नवल प्रभात।।

प्रेम दया हिय में रखना,

जीवन में खुशियाँ भरना।

कोयल की मीठी तान दे रही,

मधुरिम, सुखमय सौगात।।

नवपल्लवित पुष्प खिल रहे,

नवचेतन आभास भर रहे।

जैसे अब तिमिर तिरोहित,

आया नवल प्रभात।।

अभिनंदन नव वर्ष तुम्हारा,

नूतन हर्ष लिए हो क्षण सारा। 

नयी उमंगें नयी आस हो

हो खुशियों की सौगात।।


रचयिता

डॉ0 शालिनी गुप्ता,

सहायक अध्यापक,

कंपोजिट विद्यालय मुर्धवा,

विकास खण्ड-म्योरपुर, 

जनपद-सोनभद्र।



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