सुभाषचन्द्र बोस

भारत का एक वीर सिपाही,

आजादी की लड़ी लड़ाई।

हिन्द फौज का किया गठन,

और भारत को आजादी दिलाई।


कटक उड़ीसा में जन्मे,

राष्ट्रभक्त वे वीर महान।

भारत माता के चरणों पर,

जीवन अपना किया बलिदान।।


हिन्द विजय का नारा देकर,

आजादी का अलख जगाया।

रक्तदान और तुलादान से,

नवल एक इतिहास सजाया।।


रक्त के बदले आजादी का,

वादा अपना पूर्ण निभाया।

हिम्मत, साहस और धैर्य से,

अंग्रेजों को खूब छकाया।।


दिल्ली चलो के आवाह्न से,

तरुणों में नवजोश जगाया।

बाँध उन्हें फिर एक सूत्र में,

आजादी का बिगुल बजाया।।


देख खाकी का जोश उनका,

साहस द्विगुणित हो जाता।

इन्कलाब के नारे में फिर,

और मुखर स्वर आ जाता।।


हो कृतज्ञ भारत की धरती,

याद सदा तुम्हें करती है।

बोस तुम्हारी शौर्य कीर्ति,

भारत को गर्वित करती है।।


रचयिता
अर्चना गुप्ता,
सहायक अध्यापक,
उच्च प्राथमिक विद्यालय हाफिजपुर हरकरन, 
शिक्षा क्षेत्र-खजुहा,
जनपद-फतेहपुर।


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