विषय- संस्कृत, टापिक- वर्ण, शब्द और भाषा(ध्वनि, वर्ण और अक्षर), शीट क्रमांक -07/2025, दैनिक संस्कृत शिक्षण
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क्रमांक:- 07/2025
#दैनिक_संस्कृत_शिक्षण (अभ्यास कार्य)
दिनाँक- 19/03/2025
दिन- बुधवार
प्रकरण- #वर्ण_शब्द_और_भाषा
(ध्वनि, वर्ण और अक्षर)
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ध्वनि, वर्ण और अक्षर-
ध्वनि कम्पन से उत्पन्न यान्त्रिक ऊर्जा है। भाषा विज्ञान में मनुष्य के कण्ठ से निकली सार्थक ध्वनियाँ, जिनके लिए चिन्ह बनाये गए, भाषा विज्ञान में 'ध्वनि' कहलाती हैं और इनके चिन्हों को 'वर्ण' कहते हैं।
‘अक्षर’ शब्द का अर्थ है - "जिसका क्षरण नहीं होता"।
भारतीय परम्परा में ब्रह्म के लिए अक्षर शब्द का प्रयोग होता है। धर्म/दर्शन/अध्यात्म का यह बहु प्रचलित शब्द है।
अक्षर शब्द का प्रयोग हिन्दी व्याकरण तथा भाषा विज्ञान में भी होता है। हम यहाँ उसी की चर्चा करेंगे।
अक्षर शब्द का प्रयोग हिन्दी में दो अर्थों /सन्दर्भों में होता है -
(1) अंग्रेजी के letter (वर्ण) के पर्याय के रूप में तथा (2) अंग्रेजी के syllable (शब्दांश) के पर्याय के रूप में।
सामान्य प्रयोग के स्तर पर वर्ण तथा अक्षर दोनों पर्याय हैं। समानार्थक हैं। जैसे ‘क’ को हम वर्ण भी कहते हैं तथा अक्षर भी कहते हैं।
ऐसा प्रयोग सामान्य व्यवहार में होता है किन्तु तकनीकी अर्थ में नहीं।
हम जानते हैं, कि ध्वनि का लिखित रूप वर्ण है। अक्षर शब्द का प्रयोग वर्ण के समानार्थक रूप में होता है। यह समझने में कोई कठिनाई नहीं। वर्ण लिखे या छापे जाते हैं और आँखों से देखे जाते हैं जबकि अक्षर बोले जाते हैं और कानों से सुने जाते हैं।
अब अंग्रेजी के सिलेबल के समानार्थक रूप में अक्षर की बात करते हैं।
भाषा विज्ञान में एक तथा एक से अधिक ध्वनियों के ऐसे गुच्छ (समूह) को सिलेबल कहते हैं, जिनका उच्चारण एक इकाई के रूप में एक साथ होता है।
ध्यान देने की बात है कि
1. एक अक्षर में अनिवार्य रूप से एक स्वर होता है और एक ही स्वर होता है। यानि कि एक अक्षर में एक से अधिक स्वर नहीं हो सकते।
2. एक अक्षर बिना व्यंजन का हो सकता है। लेकिन स्वर के बिना अक्षर नहीं बन सकता। साथ ही एक अक्षर में एक से अधिक भी व्यंजन हो सकते हैं।
जैसे - आप (उच्चारण आप् ), हम (हम् ), तू, तुम (तुम् ), मैं, कौन, कब 1-1 अक्षर के शब्द है। इन शब्दों की ध्वनियाँ एक इकाई के रूप में एक साथ उच्चरित होती हैं। इन शब्दों में सिर्फ एक ही स्वर उच्चरित होता है।
इन शब्दों में वर्ण कई हैं। ध्वनियाँ भी कई हैं। परन्तु अक्षर एक। भाषा विज्ञान में इन्हें एकाक्षरी शब्द कहा जाता है।
वैसे तो ‘हम’ शब्द में दो ‘अ’ (स्वर) हैं। लेकिन ‘म’ के ‘अ’ का उच्चारण नहीं होता। यानी सिर्फ ‘ह’ के ‘अ’ का उच्चारण होता है। इस तरह ‘हम’ शब्द में एक ही स्वर है।
यहाँ एक और बात ध्यान देने की है।
व्यवहार में वर्ण तथा अक्षर दोनों समानार्थक तो लगते हैं परन्तु दोनों में अन्तर है।
स्वर वर्ण तो 'अक्षर' होते ही हैं। व्यंजन वर्ण स्वर रहित तथा स्वर सहित दोनों होते हैं और इनमें स्वर सहित व्यंजन ही 'अक्षर' होते हैं तथा स्वर रहित व्यंजन वर्ण अक्षर नहीं होते।
'क' अक्षर है। परन्तु क् अक्षर नहीं है। कारण कि क् स्वर रहित है। परन्तु क् वर्ण है।
तकनीकी सहयोगी एवं प्रमुख सहयोगी- #अरुण_कुमार #अम्बेडकर_नगर
एवं
#जुगल_किशोर_त्रिपाठी #झाॅंसी
संकलन:- #टीम_मिशन_शिक्षण_संवाद
#दैनिक_संस्कृत_शिक्षण
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