प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई

        प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई, 

        तुम को मेरा शत-शत प्रणाम।

       शिक्षा की ज्योति जलाई आप ने,

        अमर सदा ही रहे तेरा  नाम।


    पहला विद्यालय खोला आप ने।

     नारी शिक्षा का काम किया।

     संघर्षों से न घबराईं आप,

     सबको शिक्षा और ज्ञान दिया।


    पति आपके  ज्योतिबा फुले,

   हर मुश्किल में साथ दिया।

    आलोचना से आप नहीं डरीं,

    साहस से शिक्षा पर काम किया।


     सामाज में व्याप्त कुरीतियों को,

      बाल विवाह, दहेज प्रथा, सती प्रथा,

       का आपने कड़ा विरोध किया।

      समाज सुधार का काम किया और।


     आप ने कविताओं को लिख कर,

     शिक्षा का  सदा संदेश दिया।

    जन्म दिवस  सावित्री माता का,

    शत् शत् नमन  हम करते हैं।

    उनके कदमों पर चलने की,

      सदा सीख हम भरते हैं।

     

रचनाकार

दीपमाला शाक्य दीप,

शिक्षामित्र,
प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर,
विकास खण्ड-छिबरामऊ,
जनपद-कन्नौज।



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