लोहड़ी पर्व

लोहड़ी आयी, लोहड़ी आयी, 

सर्दी खत्म होने की हो बधाई।

चारों और खुशियाँ हैं छाईं,

सब ने मिलकर लोहड़ी मनाई।


13 जनवरी का दिन है खास,

सगे-संबंधी आते सब पास।

जात-पात का भेद मिटाकर,

ज्योत संग जगे, सबमें विश्वास।।


लकड़ी की ढेरी बनाकर,

नाचे सब आग लगाकर।

लोहडी़ के सब गीत गाये, 

भांगड़ा करते ढोल बजाकर।।


मूँगफली, रेवड़ी अग्नि में डालें,

रोग, द्वेष, कष्ट करें अग्नि के हवाले।

हर्षोल्लास से, सब त्योहार मनायें,

गुड़ तिल का व्यंजन मिलकर खायें।।


रचयिता

वन्दना यादव "गज़ल"
सहायक अध्यापक,

अभिनव प्रा० वि० चन्दवक,

विकास खण्ड-डोभी, 
जनपद-जौनपुर।

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