ज्योतिपुंज सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले

महिलाएँ महिलाओं की दुश्मन, न हो जाएँ,

तो कितना अच्छा है,


सारी शक्तियों से परिपूर्ण, मिलकर हो जाएँ,

 तो कितना अच्छा है,


बेहतर शिक्षा से होता है, समग्र,

ज्ञान स्वयं का, मान स्वयं का,


देवियाँ सावित्री बाई फुले, सी हो जाएँ,

 तो कितना अच्छा है।


रचयिता

ऋषि दीक्षित, 

सहायक अध्यापक,

प्राथमिक विद्यालय भटियार,

विकास क्षेत्र- निधौली कलाँ,

जनपद- एटा।

Comments

Total Pageviews